International Women Day 2022: छत्तीसगढ़ में अब दूसरी बच्ची के जन्म पर सरकार पांच हजार रुपये की सहायता राशि देगी. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर राज्य सरकार ने महिलाओं को सौगात दी है. कौशल्या मातृत्व योजना में दूसरी बिटिया के जन्म पर महिलाओं को 5 हजार की सहायता राशि दिए जाने का प्रावधान है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतरष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर योजना की शुरुआत की. योजना से शहरी इलाकों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को भी काफी राहत मिलेगी. राजधानी रायपुर के बीटीआई मैदान में राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन आयोजित हुआ. इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुरक्षित मातृत्व के लिए 5 हितग्राहियों को 5-5 हजार रुपये का चेक प्रदान कर कौशल्या मातृत्व योजना की शुरुआत की.
अकॉउंट में जाएगी कौशल्या मातृत्व योजना की राशि
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को बढ़ावा देते हुए नई योजना की शुरुआत की गई है. कौशल्या मातृत्व योजना के एकमुश्त 5 हजार रुपये की सहायता राशि मिलने से बच्चियों के पालन पोषण में मदद मिल सकेगी. मुख्यमंत्री ने अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति में हमेशा महिलाओं का ऊंचा स्थान रहा है. ऐसे में महिलाओं के सम्मान में और खासकर गरीब और असहाय महिला के लिए 5 हजार की राशि से बच्चियों के पालन पोषण में काफी मदद मिलेगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि योजना के तहत अब दूसरी बेटी होने पर तत्काल राशि महिला के खाते में ट्रांसफर की जाएगी. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन में आंगनबाड़ी सेवाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ,छत्तीसगढ़ महिला कोष योजनाओं से लाभ लेकर महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने वाले स्व सहायता समूह, सखी वन स्टॉप सेंटर और नवा बिहान योजना के तहत महिला संरक्षण की दिशा में अच्छे कार्य करने वाली महिला अधिकारियों कर्मचारियों को सम्मानित भी किया.
महिला स्व सहायता समूहों का सीएम ने बढ़ाया उत्साह
उन्होंने कन्या विवाह योजना, कॉफी टेबल बुक, सखी वन स्टॉप सेंटर टेलीफोन डायरेक्ट्री और महिला सशक्तीकरण से संबंधित योजनाओं के ब्रोशर का भी विमोचन किया. बीटीआई ग्राउंड में आयोजित चार दिवसीय राज्य स्तरीय महिला मड़ई में प्रदेशभर से आई महिला स्व-सहायता समूहों की तरफ से तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी के स्टालों का भी अवलोकन किया. बस्तर की महिला समूहों के स्टॉल से मुख्यमंत्री ने बेलमेटल से निर्मित कलाकृति खरीदी और तुरही बजाकर महिलाओं के उत्साह को दोगुना कर दिया. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में महिला समूहों के माध्यम से बड़ी संख्या में महिलाएं आगे आ रही हैं. आज महिला समूहों के माध्यम से छत्तीसगढ़ का नाम देश-विदेश में हो रहा है. इन समूहों को अपने सामानों की प्रदर्शन के साथ बिक्री का अवसर महिला मड़ई में दिया गया है. इससे अनुभवों का आदान-प्रदान होने के साथ उत्पादों के लिए बेहतर बाजार मिल मिलेगा.