छत्तीसगढ़ में भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए सियासी बवाल मचा हुआ है. भानुप्रतापपुर में बीजेपी प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं. गली मोहल्ले में पोस्टर लगाए गए हैं. लेकिन एक पोस्टर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ी अपत्ति जताई है. उन्होंने ये भी कह दिया है कि बीजेपी हमारे प्रधानमंत्री का अपमान कर रही है. रेप के आरोपी के साथ प्रधानमंत्री की तस्वीर लगाना अपमानजनक है.
बीजेपी ने रेप के आरोपी के साथ लगाया पीएम का फोटो
दरअसल बीजेपी ने जिसे अपना प्रत्याशी बनाया. उस पर कांग्रेस ने रेप का आरोप लगा दिया है. इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बड़ा बयान दिया. सीएम भूपेश बघेल ने बुधवार को रायपुर हेलीपेड में मीडिया से बातचीत के दौरान बीजेपी के हाईकमान को कहा है कि ब्रम्हानंद नेताम से अपना समर्थन वापस लीजिए. क्योंकि बीजेपी हमारे प्रधानमंत्री का अपमान कर रही है. एक नाबालिग बच्ची के साथ जो रेप किया है, उसको कैंडिडेट बना दिया है और उसके साथ प्रधानमंत्री की फोटो लगाया गया है. ये सीधा सीधा प्रधानमंत्री का अपमान है.
नेताम से बीजेपी को अपना सार्थन वापस लेना चाहिए
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आपको आगे बढ़कर इसके नाम को विथड्रॉल करना चाहिए. पार्टी का सिंबल दे दिया है उसे नहीं हटाया जा सकता लेकिन बीजेपी नैतिकता की बात करते हैं तो उसको समर्थन वापस लेना चाहिए. उन्होंने बीजेपी नेताओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि रेप के आरोपी के बचाव में राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर के नेता क्यों खड़े हैं?
बीजेपी ने कहा- संविधान की गरिमा के खिलाफ सीएम का बयान
इधर पूर्व मंत्री और बीजेपी के प्रवक्ता राजेश मूणत ने ब्रम्हानंद नेताम को रेपिस्ट कहने पर कड़ी आपत्ति जताई है. मूणत ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल लगातार अपने बयानों में नेताम को कह रहे हैं रेपिस्ट. सीएम भूपेश संविधान की गरिमा के खिलाफ बयान दे रहे हैं. राजेश मूणत ने किया ट्वीट कर कहा कि ब्रम्हानंद नेताम के लिए आरोपी की जगह रेपिस्ट शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि आरोप सिद्ध नहीं हुआ है. निर्वाचन आयेग को इस पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए.
नेताम से पूछताछ करने के लिए झारखंड पुलिस कांकेर पहुंची
गौरतलब है कि भानुप्रतापुर विधानसभा उपचुनाव में यह मामला गरमाया हुआ है. बीजेपी प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम से पूछताछ करने के लिए झारखंड से पुलिस कांकेर पहुंची है. झारखंड पुलिस ने कांकेर पुलिस से सहायता मांगी है. झारखंड पुलिस की एंट्री से सियासत और तेज हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस इसी मसले में बायनबाजी करते हुए नजर आ रहे है. एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
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