छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बागेश्वर धाम सरकार पर उठे विवाद पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने माना है कि सिद्धियां होती है. इसके लिए उन्होंने रामकृष्ण परमहंस और गौतम बुद्ध का उदहारण दिया. इसके अलावा धर्मांतरण के मामले उन्होंने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि ईसाई और मुस्लिम धर्म के लोगों को हिंदू धर्म में वापसी कराने के बाद किस वर्ण में रखा जाएगा. इसकी क्या व्यवस्था है? 


सीएम ने संतों की सिद्धियों को माना


दरअसल रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर हेलीपेड में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जो भी आत्म साक्षात्कार करना चाहते हैं. योग करते हैं, जो साधना करते हैं. चाहे वो भक्ति का मार्ग हो या ज्ञान का मार्ग हो चाहे राज योग करें, जिस भी मार्ग से कोई साधना करें आत्म साक्षात्कार करना चाहते हैं परमात्मा को प्राप्त करना चाहते हैं तो ऐसे साधक को सिद्धियां मिल ही जाती हैं. इतनी सिद्धि मिलती है कि कोई बीमार है उसे ठीक भी करते हैं. कोई सामान को हवा में ला सकते हैं. ये सारी सिद्धियां हैं. 


राम कृष्ण परमहंस और गौतम बुद्ध का दिया उदाहरण


इसके आगे उन्होंने दो महापुरुषों को याद करते हुए कहा कि रामकृष्ण परमहंस के जीवनकाल में एक साधक आए उनके पास. वे बोले कि मैंने 25 साल साधना की है और मैं पानी में चल सकता हूं. पश्चिम बंगाल में नदी किनारे पैदल चलकर बता दिए. फिर रामकृष्ण परमहंस ने पूछा कि इस योग्यता को हासिल करने में कितने साल लगे? उन्होंने कहा 25 साल लगा. 25 साल के योग साधना से नदी पार कर सकते हैं. आगे सीएम ने बताया कि नाव में जाएंगे तो 2 रूपया लगता है आपने 2 रुपए के लिए जीवन का 25 साल बेकार कर दिये. 


घर वापसी पर पूछा सीएम ने बड़ा सवाल


इसके अलावा बागेश्वर धाम सरकार के दिव्य दरबार में बिलासपुर की सुल्ताना बेगम ने हिंदू धर्म अपनाया. इसको लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि घर वापसी अच्छी बात है. मैं भी हिंदू हूं. मैं पूछना चाहता हूं उसे किस वर्ण में रखे? यदि वो ईसाई है मुस्लिम है उसे हिंदू धर्म में मिला लिया, बहुत अच्छी बात है. लेकिन उसको किस वर्ण में रखे? शुद्र, वैश्य, क्षत्रिय या ब्राम्हण वर्ण में किसमें रखेंगे आप? उसकी शादी किस वर्ण में होगी फिर? किस जाति में होगी? ये व्यवस्था भी करे? 


एक सप्ताह से देशभर में बागेश्वर धाम सरकार की चर्चा


गौरतलब है कि शनिवार को बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बिलासपुर की सुल्ताना बेगम को हिंदू धर्म में प्रवेश कराया. वहीं पिछले एक सप्ताह से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के द्वारा नागपुर में लगाए आरोपों के बाद देशभर में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार सुर्खियों में बना हुआ है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर सनातन धर्म का झंडा फहराने के लिए उनके समर्थन में देशभर से आवाज उठी है. 


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