छत्तीसगढ़ में वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत होने के साथ सियासत भी जारी है. राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेलवे पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने बताया है कि उद्घाटन समारोह की सूचना तक नहीं दी गई थी और ऐसा दूसरी बार भारतीय रेलवे ने किया है. अंतागढ़ से ट्रेन संचालन की भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सूचना नहीं दी गई थी. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बीजेपी सांसदों से भी सवाल पूछा है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेलवे पर लगाया आरोप
दरअसल मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर से महासमुंद रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत की है. उन्होंने वंदे भारत एक्सप्रेस जो बिलासपुर से नागपुर के लिए शुरू किया गया है. इसपर बड़ा बयान दिया है उन्होंने बताया कि जब ट्रेन छत्तीसगढ़ से शुरू हुई तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को निमंत्रण तो देते. आप नागपुर से शुरू किए यह अच्छी बात है. इससे पहले रेल विभाग ने अंतागढ़ से ट्रेन शुरू किया तब भी मुझे कोई सूचना नहीं दी गई. भारत सरकार का एक विभाग है रेलवे . वह जिस प्रदेश से रेल चला रहा है उस प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक सूचना तक नहीं दे रहा है. कार्ड छपवाना तो दूर की बात है. सूचना देना तक मुनासिब नहीं समझा. यह एक बार नहीं दूसरी बार किया है.
पैसेंजर ट्रेन बंद होने पर उठाया सवाल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वंदे भारत एक्सप्रेस के किराए को लेकर भारत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रदेश को सौगात दी है लेकिन इतना अधिक किराया है कि आम आदमी इसमें चढ़ नहीं सकता है. बड़े लोग चढ़ेंगे उसमे, पैसा वाला लोग चढ़ेंगे. जो मध्यम वर्गीय लोग है, गरीब लोग हैं. लोअर मीडिल क्लास के हैं. वे जिन ट्रेनों से यात्रा करते थे उसे तो बंद कर दिया. मुख्यमंत्री ने आगे छत्तीसगढ़ में लगातार कैंसिल हो रही पैसेंजर ट्रेन को लेकर कहा कि 30- 40 ट्रेन तो हर महीना बंद हो रहा है. तब सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री के मुंह में एक शब्द नहीं निकलता है. एक ट्रेन शुरू हो गई तो पूरे छत्तीसगढ़ को सिर पर उठा लिया. अच्छा है एक नहीं 10 चले. वहीं वंदे भारत के किराए को कम करने की मुख्यमंत्री ने मांग की है.
11 दिसंबर को शुरू हुआ है वंदे भारत एक्सप्रेस
गौरतलब है कि 11 दिसंबर को बिलासपुर से नागपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत की गई है. नागपुर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखा कर ट्रेन को रवाना किया. इसके बाद छत्तीसगढ़ में ट्रेन पहुंची तो बीजेपी के नेताओं ने जमकर ढोल नगाड़े बजाकर ट्रेन का स्वागत किया. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने स्वागत के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. वहीं प्रदेश अध्यक्ष ने तो राजनांदगांव से बिलासपुर तक ट्रेन में सफर किया.
इसे भी पढ़ें:
Chhattisgarh: सूरजपुर में रेलवे फाटक पर बनेगा ओवरब्रिज, 98 शासकीय और निजी दुकानें होंगी प्रभावित