Chhattisgarh News: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की लोकसभा (Lok Sabha) से सदस्यता रद्द होने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के ओबीसी वाले बयान पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, 'मैं बीजेपी अध्यक्ष से कहना चाहूंगा कि पिछड़ों के नाम से आप घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें. छत्तीसगढ़ में आरक्षण का बिल हमने विधानसभा में सर्व सहमति से पारित किया. बीजेपी ने हमेशा इन वर्गों(गरीब और पिछड़े वर्ग) की उपेक्षा की है. इनके बीच में भेद डालने का काम किया है और अपना उल्लू सीधा करने का काम किया है.'
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. वहीं इससे पहलेसीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट करके कहा था कि, "तानाशाह का सबसे बड़ा डर होता है कि उससे लोग डरना बंद न कर दें. आप उसे डराना चाहते हैं जो पूरे देश को कह रहा है “डरो मत”. इंदिरा गांधी के साथ भी यही भूल की थी कुछ लोगों ने, बाकि फिर इतिहास है. यहीं मिलेंगे जनता की अदालत में. जनता होगी, जननेता होगा. नहीं होगा तो सिर्फ़ डर और तानाशाह."
क्या कहा था राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने?
दरअसल, सूरत कोर्ट का फैसला आने के बाद बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने कहा है कि सूरत कोर्ट ने राहुल को ओबीसी समाज के प्रति उनके आपत्तिजनक बयान के लिए सजा सुनाई है. लेकिन राहुल और कांग्रेस पार्टी अभी भी अहंकार के चलते लगातार अपने बयान पर अड़े हुए हैं और ओबीसी समाज की भावनाओं को आहत कर रहे हैं. नड्डा ने आगे कहा कि पूरा ओबीसी समाज प्रजातांत्रिक ढंग से राहुल गांधी से इस अपमान का बदला लेगा.
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