Chhattisgarh: केंद्रीय पुल में धान देने वाला दूसरा सबसे बड़ा राज्य बना छत्तीसगढ़, CM बघेल ने दी बधाई
19 जनवरी शाम तक 103 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी थी. सीएम बघेल ने राज्य में किसानों के लिए संचालित हो रहे योजनाओं से अवगत कराया. राज्य में कुल उपार्जन केंद्रों की संख्या 2617 हो गई है.
Chhattisgarh News: वर्तमान खरीफ मार्केटिंग सीजन में सेंट्रल पूल में सबसे अधिक धान जमा कराने वाला छत्तीसगढ़ देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य बन गया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि लगातार चार वर्षों से छत्तीसगढ़ कृषि क्षेत्र में लगातार नये-नये कीर्तिमान रच रहा है. यह किसानों की मेहनत और खेती पर लौटे उनके भरोसे का ही परिणाम है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों को बधाई देते हुए कहा कि पुराने रिकॉर्ड टूटने के बाद ये एक और बड़ी उपलब्धि है.
मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने कहा कि इस साल राज्य में धान खरीदी का भी नया रिकार्ड कायम हो रहा है. 19 जनवरी शाम तक 103 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी थी. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि निर्धारित अंतिम तिथि 31 जनवरी तक हम 110 लाख मीट्रिक टन के अनुमानित आंकडे़ को भी पार कर जाएंगे.
धान जमा करने वाला दूसरा राज्य बना छत्तीसगढ़
भारत सरकार द्वारा 15 जनवरी को जारी रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ केंद्रीय पुल में 92 लाख मीट्रिक टन धान का योगदान दे चुका था. इस सीजन में सर्वाधिक धान जमा कराने वाला वह दूसरा प्रदेश बन चुका है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य में फसल उत्पादकता और फसल विविधिकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना संचालित किया जा रहा है. इसके अलावा गोधन न्याय योजना, सुराजी गांव योजना, किसानों की कर्ज माफी, सिंचाई कर मांफी से राज्य के किसानों को एक नई ताकत मिली है. इस वजह से राज्य में किसानों की संख्या और खेती के रकबे में लगातार वृद्धि हो रही है.
4 सालों में किसानों की संख्या बढ़ी
छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी योजनाओं से इन चार वर्षों में लगातार किसानों की पंजीयन संख्या में वृद्धि हुई है. इस वर्ष 24.96 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है, इनमें 2.30 लाख नए किसान हैं. किसानों को धान विक्रय में सहूलियत हो, इस लिहाज से इस साल राज्य में 135 नए उपार्जन केंद्र शुरू किए गए, जिसके कारण कुल उपार्जन केंद्रों की संख्या 2617 हो गई है.