Chhattisgarh: बीजापुर में CM बघेल ने किया गारमेंट फैक्ट्री का शुभारंभ, नक्सल पीड़ित महिलाओं को मिला रोजगार
Bijapur News:: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बीजापुर पहुंच कर गारमेंट फैक्ट्री का शुभारंभ किया, इस में नक्सली हिंसा से पीड़ित महिलाओं को मिलने रोजगार. मुख्यमंत्री ने बकायदा इन महिलाओ से मुलाकात की.
CM bhupesh Baghel Visit Bijapur: प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार (18 सितंबर) को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिला पहुंचे, जहां उन्होंने भरोसे का सम्मेलन में शामिल होकर जिले वासियो को 457 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात देने के साथ ईटपाल में करीब 7 करोड़ रुपये की लागत से बनी गारमेंट फैक्ट्री का भी शुभारंभ किया.
यहां काम कर रही आदिवासी महिलाओं से भी मुलाकात की. इन महिलाओं में अधिकांश नक्सली हिंसा से पीड़ित महिलाएं हैं, जिन्हें जिला प्रशासन ने इस गारमेंट फैक्ट्री में रोजगार दिया है. अब इन महिलाओं के हाथों से बने कपड़े देश दुनिया के लोग पहनेंगे. मुख्यमंत्री ने इन महिलाओं के द्वारा तैयार कपड़ों की पहली खेप को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
नक्सल पीड़ित महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर
दरअसल बीजापुर में सोमवार को कांग्रेस के भरोसे का सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आम सभा को भी संबोधित किया, साथ ही जिले वासियों को करीब 457 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी, जिसमें नक्सल प्रभावित इलाकों में नए स्कूल भवन के साथ, ई लाइब्रेरी, रूरल नेशनल पार्क, और शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को राशि भी वितरण किया गया.
50 से ज्यादा स्कूलों को दोबारा खुलवाया गया
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चे भी ई लाइब्रेरी के माध्यम से प्रतिभागी परीक्षा में बेहतर तरीके से तैयारी कर बीजापुर ,छत्तीसगढ़ और देश का भी नाम रोशन करेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि 15 साल के भाजपा शासन काल में जिन स्कूल भवनों को नक्सलियों ने तोड़ा था, उसे दोबारा शुरू करने की बीजेपी ने जहमत तक नहीं उठाई. ऐसे में कांग्रेस सरकार ने इन क्षेत्रों में दोबारा स्कूल भवन बनाने का काम किया और बीजापुर जिले में ही पिछले दो दशक से बंद 50 से ज्यादा स्कूलों को दोबारा खुलवाया गया.
100 से अधिक महिलाएं काम कर रही है
उन्होंने कहा कि अब इस क्षेत्र की ग्रामीण महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन रहे हैं, दंतेवाड़ा के बाद बीजापुर जिले में भी गारमेंट फैक्ट्री का शुभारंभ किया गया. इस फैक्ट्री में 100 से अधिक महिलाएं काम कर रही है. उनके हाथों से तैयार हुए कपड़े देश दुनिया में धूम मचाने को तैयार है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन आदिवासी महिलाओं के द्वारा तैयार कपड़े देश के बड़े गारमेंट ब्रांड मिंत्रा, डिक्सी, मैक्स के शो रूम में भी बिकेगी और ऑनलाइन साइट के माध्यम से इनकी बिक्री की जाएगी. इससे खासकर नक्सल पीड़ित महिलाओं का आर्थिक विकास होगा, उनका भविष्य भी बेहतर होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस गारमेंट फैक्ट्री को ईटपाल में लगभग 7 करोड़ की लागत से बनाया गया है, जहां कपड़े तैयार करने के लिए हर तरह की संसाधन मुहैया कराई गई है और महिलाओं के सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है. वहीं बीजेपी के परिवर्तन यात्रा पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि दंतेवाड़ा से बीजेपी की परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की गई, लेकिन यहां अमित शाह नहीं पहुंच पाए.
छत्तीसगढ़ वासियों का BJP में नहीं रहा विश्वास
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी जगदलपुर के एयरपोर्ट से ही वापस लौट गई, हालांकि इसके पीछे बीजेपी का मौसम खराब होने का हवाला दे रहे है, लेकिन बीजेपी के नेताओं का मौसम खराब था. बीजेपी वालों के लिए मौसम खराब था, जबकि हकीकत में तो मौसम पूरी तरह से साफ था, कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ वासियों का भारतीय जनता पार्टी में विश्वास नहीं रहा इसलिए 2018 की तरह ही 2023 का विधानसभा चुनाव भी कांग्रेस भारी बहुमत से जीतेगी.
ये भी पढे़ं: Chhattisgarh: कहीं नाली तो कहीं खोद रहे पक्की सड़क, पाइपलाइन बिछाने में ठेकेदारों की मनमानी