Chhattisgarh News Today: रामेन डेका ने आज बुधवार (31 जुलाई) छत्तीसगढ़ के राजभवन में राज्यपाल पद की शपथ ली. रामेन डेका छत्तीसगढ़ के 10वें राज्यपाल बने हैं. उन्होंने नवनियुक्त राज्यपाल के रुप में विश्व भूषण हरिचंदन की जगह ली है.


राज्यपाल पद की शपथ लेने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर उन्हें बधाई दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि आज राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित गरिमामय समारोह में रमेन डेका ने छत्तीसगढ़ के 10वें राज्यपाल के रूप में अपने पद की शपथ ली.






कुछ इस अंदाज में सीएम साय ने दी बधाई
सीएम विष्णुदेव साय ने आगे लिखा, "माननीय राज्यपाल को शपथ ग्रहण के बाद पुष्पगुच्छ भेंटकर अभिवादन किया." भगवान राम का जिक्र करते हुए सीएम साय ने लिखा, "आदरणीय राज्यपाल का भांचा राम के ननिहाल, माता कौशल्या के धाम में हम सब छत्तीसगढ़वासियों की ओर से हार्दिक स्वागत और अभिनंदन. निश्चित ही उनके मार्गदर्शन में हमारी सरकार विकसित छत्तीसगढ़ के मार्ग को प्रशस्त करेगी." 


कौन हैं रामेन डेका?
बीते 27 जुलाई 2024 को राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ सहित 10 राज्यों में राज्यपालों की नियुक्ति की. इसी क्रम में उन्होंने छत्तीसगढ़ में रामेन डेका को राज्यपाल नियु्क्त किया है. रामेन डेका का जन्म 1 मार्च 1954 को असम के सुआलकुची में हुआ था. 70 साल के रामेन डेका हाल में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. 


इससे पहले रामेन डेका अपने असम बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. असम के रहने वाले रामेन डेका का शुमार बीजेपी के सीनियर नेताओं में होता है. बीजेपी के टिकट पर वह दो सांसद भी रह चुके हैं, साल 2009 में पहली बार असम के मंगलदोई और 2014 में यहीं से दोबारा जीतकर दिल्ली पहुंचे. 


वह 1980 से सियासत में सरगर्म हैं और बीजेपी में कई अहम पदों पर जिम्मेदारी निभा चुके हैं. रामेन डेका लोकसभा अध्यक्षों के पैनल के सदस्य भी रह चुके हैं. इसके अलावा वह परामर्श समिति के सदस्य, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना की केंद्रीय सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे. 


छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त राज्यपाल रामेन डेका विदेश मंत्रालय और विदेश एवं प्रवासी भारतीय मामलों के सदस्य भी रहे हैं. साल 2006 में रामेन डेका असम बीजेपी के अध्यक्ष रहे. राष्ट्रीय स्तर पर भी उन्होंने कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं. उनके अनुभव को देखते हुए केंद्र ने उन्हें छत्तीसगढ़ में राज्यपाल जैसी अहम जिम्मेदारी सौंपी है. 


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