Chattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ के बस्तर में इन दिनों भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेता डेरा जमाए हुए हैं. आबकारी मंत्री कवासी लखमा चार दिवसीय प्रवास पर बस्तर पहुंचे हैं. तो वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव भी अपने पांच दिवसीय प्रवास पर बस्तर पहुंचे हुए हैं. दोनों ही बड़े नेता संभाग  के सभी जिलों का दौरा कर रहे है. 


हालांकि एक दूसरे के प्रवास को लेकर नेताओं ने तंज कसना शुरू कर दिया है. मंत्री कवासी लखमा ने प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल को चंगू-मंगू कह डाला है. तो वही बस्तर के पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता दिनेश कश्यप ने कवासी लखमा को अनपढ़ कहा है. दोनों नेताओं के बिगड़े बोल को लेकर बस्तर में राजनीतिक घमासान छिड़ी हुई है.


एक दूसरे पर लगा रहे आरोप 


दरअसल  BJP नेताओं के इस दौरे को लेकर जब मीडिया ने आबकारी मंत्री कवासी लखमा से बात की तो उन्होंने कह दिया कि ये दोनों अभी नए-नए बने हैं. दोनों चंगू-मंगू पार्टी का माला पहनने आए हुए है. ये दोनों नेता बिलासपुर संभाग से हैं, कभी बस्तर नहीं आए है. आबकारी मंत्री ने कहा कि बस्तर में ये लोग स्वागत-सत्कार के लिए ही आए हैं. इन दोनों को यहां कोई नहीं जानता है.


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इधर, आबकारी मंत्री के इन बयानों का भाजपा नेता और पूर्व बस्तर सांसद दिनेश कश्यप ने पलटवार किया है. उन्होंने कवासी लखमा को अनपढ़ और गाय-बैल चराने वाला कह दिया. दिनेश कश्यप ने कहा कि वे पढ़े-लिखे नहीं हैं, इसलिए वे नाच न आए आंगन टेढ़ा वाला काम करते रहते हैं. यहीं वजह है कि वह उल जलूल बयानबाजी करते रहते हैं.


विवादित बयानों से है नाता


मालूम हो कि प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं. वो अपने विवादित बयानों के लिए भी लगातार सुर्खियों में रहते हैं.


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