Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने शनिवार को कहा कि तीन जनवरी को होने वाली जन अधिकार रैली को 70 समुदायों के प्रमुखों ने समर्थन दिया है. आदिवासी आरक्षण को लेकर राज्यपाल के पास लंबित विधेयकों के मुद्दे पर कांग्रेस रैली का आयोजन करेगी. आयोजन रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में होगा. कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि उन्होंने विभिन्न समुदायों के प्रमुखों के साथ टेलीफोन पर बातचीत और व्यक्तिगत चर्चा की. उन्होंने कहा था कि वे रैली में हिस्सा लेंगे.


मोहन मरकाम ने  कहा कि आरक्षण संशोधन विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करने से युवाओं का भविष्य प्रभावित हो रहा है. मरकाम ने कहा कि रैली में 90 विधानसभा और 307 प्रखंडों के कांग्रेस कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे.


वहीं मोहन मरकाम ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.



बता दें कि छत्तीसगढ़ में आरक्षण विधेयक पर जारी सियासी घमसान के बीच कांग्रेस 3 जनवरी को राजभवन के खिलाफ बड़ी रैली करने जा रही है. इसकी चेतावनी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी है. वहीं राजभवन पर संवैधानिक अधिकार को कमजोर करने का आरोप लगाया है.


इस संबंध में प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा के नेतृत्व में हुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि आरक्षण विधेयक को राज्यपाल लगातार टालने का बहाना ढूंढ रही हैं. विधानसभा में सर्वसम्मति से आरक्षण बढ़ाने का विधेयक पारित हुआ है. सीएम ने कहा कि राज्यपाल के इगो सेटिस्फाई के लिए अधिकारियों के मना करने के बावजूद मैने जवाब भेजा है. ऐसा कोई संवैधानिक प्रावधान नहीं है. लेकिन छत्तीसगढ़ के जनता के लिए हमने जवाब भेजा है. 


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजभवन पर वैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल का विधिक सलाहकार है वह विधानसभा से बड़ा हो गया? वैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने या नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है. यह जीता जागता उदाहरण है.  इसी के विरोध में कांग्रेस की ओर से तीन जनवरी को रैली की जाएगी.


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