Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी में फेरबदल की संभावनाएं तेज हो चली है. वहीं मौजूदा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम (Mohan Markam) का कार्यकाल भी पूरा हो चुका है. ऐसे में चुनाव से पहले पार्टी नए अध्यक्ष के साथ चुनावी मैदान में उतर सकती है. हालांकि मोहन मरकाम के रिपीट होने को लेकर चांसेस बहुत कम बताए जा रहे हैं. क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) और संगठन के अध्यक्ष मोहन मरकाम के बीच आपसी तालमेल को लेकर भी लंबे समय से गर्माहट बनी रही है.


ऐसे में इस बार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी नए चेहरे को देने के कयास लगाये जा रहे हैं. वहीं प्रदेश अध्यक्ष के लिए राहुल गांधी के घोषणा के अनुसार आदिवासी नेताओं में से ही किसी एक को कमान मिल सकती है. इसमें बस्तर के कुछ नेताओं का नाम भी काफी चर्चा में है. चार से भी ज्यादा बस्तर के नेता प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हैं.


इन दो नेताओ के नाम पर बन सकती है सहमति


प्रदेश में चुनावी बिसात बिछ चुकी है और ऐसे में कांग्रेस अपने नए प्रदेश अध्यक्ष के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. वर्तमान पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम राहुल गांधी के पसंदीदा बताए जाते हैं. उस वक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ उनके संबंध भी बेहतर थे, जिस वजह से उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनने का मौका मिला था. इसके साथ ही साल 2018 में राहुल गांधी ने अपना चुनावी आगाज बस्तर से ही किया था. इसलिए आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष बनाने को लेकर पहले से ही कांग्रेस संगठन में एकमत थी. अब जब मोहन मरकाम का कार्यकाल पूरा हो गया है, ऐसे में नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए सरगुजा या बस्तर से किसी का नाम तय हो सकता है. छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग से मंत्री अमरजीत भगत को मुख्यमंत्री का पसंदीदा चेहरा माना जा रहा है. वहीं बस्तर से भी वर्तमान सांसद दीपक बैज और शिशुपाल सोरी के साथ शंकर सोढ़ी का नाम भी चर्चा में है. 


युवाओं को मिल सकता है मौका


बताया जा रहा है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में बस्तर के शंकर सोढ़ी, बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी, बस्तर के सांसद दीपक बैज, कांकेर विधायक शिशुपाल सोरी का नाम भी शामिल है. दरअसल हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय महाअधिवेशन में पार्टी ने कई संविधान संशोधन किए हैं. इनमें सबसे मुख्य संशोधन संगठन के पदों को लेकर हुआ. ताजा संशोधन के अनुसार पार्टी में 50 साल से कम उम्र के लोग 50 फीसदी पदों पर काबिज होंगे. ऐसे में इस बात की भी संभावना बढ़ रही है कि किसी युवा नेता को प्रदेश संगठन की कमान कांग्रेस में मिल सकती है.


इसे लेकर बस्तर के सांसद दीपक बैज का नाम काफी चर्चा में है. दीपक बैज चित्रकोट विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके हैं और वर्तमान में बस्तर लोकसभा के सांसद हैं. वहीं राहुल गांधी के काफी पसंदीदा नेताओं में भी जाने जाते हैं. हालांकि पीसीसी सदस्यों से मिली जानकारी के मुताबिक सरगुजा से मंत्री अमरजीत भगत और बस्तर के सांसद दीपक बैज का नाम ही प्रदेश अध्यक्ष के लिए काफी चर्चा में है.


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