Chhattisgarh Corona Cases: कोविड के नए वेरिएंट से निपटने के लिए कितना तैयार है बस्तर? कलेक्टर ने दी ये अहम जानकारी
Chhattisgarh Corona: केंद्र सरकार से मिले आदेश के अनुसार 27 दिसंबर को कोविड अस्पतालों में कोविड के नए वेरिएंट से निपटने के लिए इलाज संबधी व्यस्थाओं को लेकर मॉक ड्रिल करने की तैयारी हो चुकी है.
Corona Cases In Chhattisgarh: देश में कोरोना के नए वेरिएंट BF-7 से संक्रमित मरीजों के मिलने की पुष्टि होने के बाद छत्तीसगढ़ में भी सभी कलेक्टरों को इससे बचाव और रोकथाम के लिए पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है. इस नये वेरिएंट से सतर्कता बरतने के लिए एक बार फिर से पूरी तरह से व्यवस्था दुरुस्त करने के आदेश दिए हैं, वहीं छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर में भी सभी अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.
इसके अलावा संभाग के सबसे बड़े सरकारी डिमरापाल अस्पताल में प्रबंधन ने 35 बेड का वार्ड तैयार कर दिया है, इसमें इससे 6 गुना ज्यादा बेड आपातकालीन समय में रिजर्व में रखे गए हैं, यानी कि किसी भी आपातकालीन के समय इस 35 बेड को 200 बेड में तब्दील किया जा सकता है.
हालांकि राहत वाली बात यह है कि पूरे बस्तर संभाग के सातों जिलों में अब तक कोविड से संक्रमित एक भी मरीज एडमिट नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतते हुए सोमवार से कोविड जांच में तेजी लाई गई है, और एक बार फिर से सभी सरकारी अस्पतालों में कोविड जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है, और बस्तर कलेक्टर ने भी राज्य शासन से मिले आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है.
35 बेड का कोविड वार्ड है तैयार
दरअसल बस्तर संभाग में अभी भी शत-प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन नहीं हो सका है. बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में अभी भी ऐसे गांव और हजारों की आबादी है जिन्होंने कोविड वैक्सीन का फर्स्ट डोज भी नहीं लगाया है, ऐसे में कोविड के नए वेरिएंट को लेकर बस्तर संभाग में प्रशासन की चिंता बनी हुई है, और जिसको लेकर राज्य शासन से आदेश मिलने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गई है. बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि कोविड के नए वेरिएंट से बचाव और सतर्कता के लिए आदेश मिलने के बाद जीवन रक्षक उपकरणों की जांच और ट्रॉयल ली जा रही है.
साथ ही 27 दिसंबर को केंद्र सरकार से मिले आदेश के अनुसार कोविड अस्पतालों में कोविड के नए वेरिएंट से निपटने के लिए इलाज संबधी व्यस्थाओं को लेकर मॉक ड्रिल करने की भी तैयारी पूरी हो चुकी है, वहीं स्वास्थ विभाग के सभी अधिकारियों कर्मचारियों और डॉक्टर्स को भी जीवन रक्षक उपकरणों को चलाने के लिए एक बार फिर से प्रशिक्षित करने के साथ ही ट्रायल लेने के भी निर्देश दे दिये गए है.
इसके अलावा जिन इलाकों में कोविड टीकाकरण शत-प्रतिशत नहीं हुए है उन इलाको में टीम बनाकर वेक्सिनेशन के टारगेट को पूरा करने के निर्देश दे दिए गए हैं. कलेक्टर ने कहा कि सोमवार से ही कोविड जांच में तेजी ला दी गई है और सभी सरकारी अस्पतालों में कोविड जांच अनिवार्य कर दिया गया है, ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
डिमरापाल अस्पताल में 24 घंटे में 200 बेड का कोविड वार्ड हो जाएगा तैयार
इधर डिमरापाल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनूरूप साहू ने कहा कि इस बार और भी बेहतर तरीके से 35 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है ,इसके अलावा ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ ही पूरे डॉक्टरों को अलर्ट मोड पर रखने के अलावा इसके इलाज के लिए पर्याप्त दवाइयां और अन्य संसाधन भी स्टॉक में रखा गया है.
अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि 24 से 48 घंटे में करीब 200 बेड का कोविड वार्ड पूरी तरह से तैयार हो जाएगा. लिक्विड ऑक्सीजन से लेकर ऑक्सीजन प्लांट को भी पूरी तरह से दुरुस्त कर लिया गया है. राहत वाली बात यह है कि बस्तर जिले और पूरे संभाग में अब तक एक भी कोरोना से एक्टिव मरीज नहीं है.
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