Chhattisgarh Corona News: भारत में कोरोना के नए वैरिएंट BF-7 ने दस्तक दे दी है. कोरोना वायरस को लेकर देश अलर्ट है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आने वाले त्योहारों और नए साल के जश्न को ध्यान में रखते हुए ‘टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट एंड वैक्सीनेशन’ और मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया है. वहीं छत्तीसगढ़ भी कोरोना को लेकर पूरी तैयारी में है.


छत्तीसगढ़ स्वास्थ विभाग ने पत्र जारी करते हुए ये बात लिखी


छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को पत्र जारी करते हुए कहा है कि भारत सरकार से प्राप्त पत्र अनुसार कुछ देश जैसे चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग में कोविड के नए वैरिएंट बीएफ-7 से अधिक लोग संक्रमित हो रहे है. कोविड बीएफ 7 वैरिएंट काफी संक्रमण व तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है. जिसका इन्क्यूबेसन पीरिएड कम है और ज्यादा लोगों को संक्रमित कर रहा है. हमारे देश मे कुछ कोविड मरीजों में यह वैरिएंट पाया गया है.


इस वैरिएंट से बचाव के लिए भारत सरकार से निर्देश प्राप्त हुए हैं. इसलिए प्रदेश के सभी कलेक्टरों को यह निर्देश दिया जाता है कि कोरोना से बचाव के लिए इन व्यवस्थाओं का तैयारी कर ले.


स्वास्थ विभाग ने सभी कलेक्टरों को दिया ये निर्देश, 27 को होगा मॉक ड्रिल


सभी तरह के जीवन रक्षक उपकरणों की जांच कर क्रियाशील किया जाये, जैसे वेटिंलेटर, मल्टी पैरामॉनिटर, आक्सीजन कंसन्ट्रेटर. पीएसए प्लांट को पूर्ण रूप से क्रियाशील किया जाए. लिक्विड ऑक्सीजन एवं ऑक्सीजन सिलेंण्डर की उपलब्धता को सुनिश्चित कर लेवें एवं ऑक्सीजन गैस पाइप लाइन की मरम्मत करा लें. चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को जीवन रक्षक उपकरणों को चलाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण जल्द से जल्द पूर्ण कर लिया जाए.


भारत सरकार से प्राप्त निर्देशानुसार 27 दिसम्बर को जीवनदायी उपकरणो को चलाने एवं कोरोना प्रबंधन प्रोटोकाल का मॉक ड्रिल किया जाना है. मॉक ड्रिल के उपरांत भारत सरकार के http://bit.ly/psamockdrill2 पोर्टल में एण्ट्री किया जाना सुनिश्चित करें.


टीकाकरण पर दिया जाए विशेष ध्यान


जिले के कोविड के टीकाकरण के प्रतिशत की समीक्षा किया जाए. समीक्षा उपरांत जहां टीकाकरण में कमी है. उन स्थानों पर जैसे गांव, शहर वार्ड मोहल्ला, पारा का चिन्हांकन कर टीकाकरण को गति दिया जाए. फ्रंट लाइन वर्कर का शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाए.


दवाई, कन्स्यूमेबल एवं रिएजेंट का आगामी 3 माह का उपलब्धता सुनिश्चित कर लिया जाए. अस्पताल मे आने वाले बुखार, खांसी एवं अन्य कोविड के लक्षण वाले मरीज का रेन्डम आधार पर टेस्ट किया जाये. पहले आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाए और आरटीपीसीआर किट न होने की की स्थिति में एंटीजन एवं True Nat टेस्ट किया जाए.


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