कोरबा ज़िले के गांव में पिता की हत्या के आरोप में पुलिस ने आरोपी पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है. ज़मीन विवाद को लेकर हुई हत्या का ये मामला 28 नवंबर का है. फ़िलहाल राजगामार पुलिस टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या के सबूत बरामद कर आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. कोरबा ज़िले के राजगामार पुलिस चौकी क्षेत्र में आने वाले कोई गांव के सिंकदर राठिया ने पुलिस को सूचना दी कि उसके बड़े भाई संजय राठिया ने अपने पिता बहादुर सिंह राठिया की हत्या कर शव को सूखे कुंए में फेंक दिया है.
जिसके बाद पुलिस टीम मौक़े पर पहुंची और कुंए से शव को बरामद कर पंचनामा की कार्यवाही की. पुलिस ने इस मामले में हत्या की धारा 302 भारतीय दण्ड विधान के तहत मुक़दमा क़ायम किया और मामले की जांच शुरू की. दरअसल जांच और पुलिसिया पूछताछ में गवाहों और आरोपी संजय का बयान लिया गया. जिसमें हत्या की वजह साफ़ हो गई.
गवाहों और आरोपी के क़बूल नामे में पुलिस को पता चला कि आरोपी घर के पीछे बॉडी और कई अन्य ज़मीन को अपने नाम कराना चाहता था. लेकिन मृतक बहादुर सिंह राठिया उसकी मांग मानने को तैयार नहीं था. तभी घटना वाले दिन भी पिता पुत्र के बीच इसी बात को लेकर चर्चा हो रही थी. तभी आरोपी संजय राठिया आग बबूला हो गया और पास रखे लाठी से उसने पिता के सिर पर ज़ोरदार वार किया. जिससे पिता की मौक़े पर ही मौत हो गई.
जिसके बाद सबूत छिपाने के लिए कलयुगी पुत्र ने पिता के शव को पास के सूखे कुंए में फेंक दिया. इधर इस कबूलनामे के पहले पुलिस आरोपी को पकड़ने जब उसके घर गांव पहुंची तो वो भागने में सफल हो गया था. लेकिन पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर उसे गांव के जंगल में भागने के दौरान गिरफ्तार कर लिया है. ग़ौरतलब है कि 42 साल का आरोपी संजय राठिया इससे पहले गांव के एक व्यक्ति पर गैती से हमला कर चुका है. जिस अपराध में उसके ख़िलाफ़ हत्या के प्रयास का मामला चल रहा है और इसी मामले में 2 साल पहले वो जेल भी जा चुका है.
राजगामार चौकी प्रभारी राजेश चंद्रवंशी ने बताया कि हत्या में प्रयोग किए गए डंडे और कुंए में फेंके गए शव की बरामदगी के साथ ही आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. हत्या की वजह के बारे में चंद्रवंशी ने बताया कि आरोपी घर के पीछे की बाड़ी और एक एकड़ खेत अपने नाम कराना चाहता था. जो नहीं हो पाने पर उसने पिता की हत्या कर दी.
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