Chhattisgarh CRPF Foundation Day: छत्तीसगढ़ के बस्तर में पहली बार 246 बटालियन वाला विश्व का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ अपना 84वां स्थापना दिवस नक्सल प्रभावित जिला बस्तर में मनाने जा रहा है. जिसको लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है. जगदलपुर शहर से लगे करणपुर के सीआरपीएफ हेड क्वार्टर में 25 मार्च को आयोजित होने वाले CRPF के स्थापना दिवस में देश के गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हो रहे हैं.
गृहमंत्री शाह सीआरपीएफ परेड की सलामी लेने के साथ यहां आयोजित अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे, दरअसल इससे पहले नई दिल्ली में पहली बार और जम्मू में दूसरी बार मनाया था, और छत्तीसगढ़ के बस्तर में अब तीसरी बार सीआरपीएफ अपना स्थापना दिवस मनाने जा रहा है.
बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ के स्थापना दिवस पर देश के 8 सेक्टर से करीब 1 हजार सीआरपीएफ के जवान इस आयोजन में शामिल होंगे, इसके अलावा सीआरपीएफ कोबरा बटालियन की 75 महिला कमांडोस दिल्ली से इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बाइक ड्राइव करते हुए बस्तर के लिए निकल चुकी हैं, करीब 1850 किलोमीटर का सफर तय करते हुए और देश के 5 राज्यों से होते हुए 25 मार्च को CRPF महिला कमांडोस की टीम बस्तर पहुंचेगी, वहीं इससे पहले 23 मार्च को CRPF के चीफ़ एस.एल थाओसेन बस्तर पहुंचेंगे और उनकी मौजूदगी में डीजी परेड होगा जिसकी तैयारी शुरू हो चुकी है.
गृहमंत्री अमित शाह होंगे शामिल
बस्तर में तैनात सीआरपीएफ के आला अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक 25 मार्च को सीआरपीएफ अपना 84 वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है, और यह पहली बार है जब किसी नक्सल प्रभावित जिले में इस तरह का आयोजन रखा गया है, जिसको लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है. बीते मंगलवार को नई दिल्ली से पहुंची टीम ने करणपुर में स्थित CRPFहेडक्वार्टर का निरीक्षण किया और सभी व्यवस्था दुरुस्त मिलने पर स्थापना दिवस मनाने को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है.
अधिकारियों ने बताया कि इस आयोजन में देश के कोने कोने में अपनी सेवा दे रहे सीआरपीएफ के सभी सेक्टर के जवानों में से करीब 1 हजार से अधिक CRPF जवान इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचेंगे.
इसके अलावा बस्तर में तैनात सभी जवान भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे. इस कार्यक्रम को लेकर शेड्यूल भी तैयार किया जा चुका है, लेकिन सुरक्षागत कारणों से अब तक इसके बारे में मीडिया को जानकारी नहीं दी गई है. गृहमंत्री अमित शाह सीआरपीएफ जवानों की परेड की सलामी लेने के साथ जवानों के द्वारा आयोजित अन्य कार्यक्रम में भी शामिल रहेंगे और साथ ही नक्सल मोर्चे पर तैनात जवान और सीआरपीएफ के सभी आला अधिकारियों को संबोधित भी करेंगे.
देश के 8 सेक्टर से एक हजार से ज्यादा जवान होंगे शामिल
जानकारी के मुताबिक 28 दिसंबर 1949 को सीआरपीएफ अधिनियम लागू होने के बाद केंद्रीय रिजर्व बल बना और इससे पहले साल 1939 को क्राउन प्रतिनिधि की पुलिस के रूप में अस्तित्व में आया था. 25 मार्च को सीआरपीएफ बस्तर के करणपुर में अपना 84वां स्थापना दिवस मनाएगा. 246 बटालियन के साथ CRPF विश्व का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल बन गया है, इसमें कार्यकारी बटालियन के अलावा वीआईपी सुरक्षा बटालियन,महिला बटालियन, कोबरा बटालियन, आरएएफ बटालियन, सिग्नल बटालियन के अलावा स्पेशल ड्यूटी ग्रुप, संसद ड्यूटी ग्रुप और समूह केंद्र और ट्रेनिंग सेंटरो में 3 लाख ज्यादा जवान शामिल है.
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