छत्तीसगढ़ के बीजापुर में मंगलवार को संदिग्ध माओवादियों द्वारा लगाए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में विस्फोट होने से सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना उसूर पुलिस थाना क्षेत्र के गलगाम गांव के पास जंगल में सुबह हुई, जहां सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन की एक टीम माओवाद विरोधी अभियान पर थी. 


अधिकारी ने कहा कि जब गश्ती दल इलाके की घेराबंदी कर रहा था. जैसे ही कांस्टेबल दीपक पासवान ने प्रेशर आईईडी कनेक्शन पर कदम रखा, उसमें विस्फोट हो गया जिससे वह जवान घायल हो गया. अधिकारी ने बताया कि पासवान को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. मामले में जांच जारी है.


आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED विस्फोट में सीआरपीएफ का एक जवान से घायल हो गया. अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है. 



बता दें कि हाल ही में बीजापुर पुलिस को चार इनामी नक्सलियों को मार गिराने में सफलता मिली थी. नक्सलियों के साथ बीते शनिवार सुबह हुए मुठभेड़ में पुलिस ने चार वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया था, जिसमें 2 पुरुष और दो महिला नक्सली शामिल थे. मारे गए नक्सलियों की पहचान DVCM सदस्य मोहन कड़ती, DVCM सदस्य सुमित्रा और एक माटवाड़ा LOS कमांडर रमेश के रूप में की गई थी. दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि मीरतुर थाना क्षेत्र के पोमरा के जंगलों में बड़ी संख्या में नक्सली लीडरों की मौजूदगी है.


जिसके बाद डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) के जवानों ने तड़के सुबह यहां ऑपरेशन चलाया और नक्सलियों के मांद में पहुंचकर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. दोनों ओर से करीब 2 घंटे तक मुठभेड़ चली. जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली मौके से भाग निकले और घटनास्थल में सर्चिंग के दौरान पुलिस के जवानों ने चार नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे.


बीजापुर एसपी आंजनेय वार्ष्णेय ने बताया था कि नक्सली उस जगह पर अस्थाई कैंप बनाए हुए थे जहां जवानों ने पहुंचकर इस कैंप को ध्वस्त करने के साथ चार इनामी हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया.


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