Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में बढ़ते साइबर क्राइम को लेकर पुलिस मुख्यालय में प्रशिक्षण शिविर, DGP बोले- 'हमें सतर्क रहने की जरूरत'
Chhattisgarh Cyber Meeting: छत्तीसगढ़ में बढ़ते साइबर क्राइम को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस ने पुलिस मुख्यालय में दो दिनों के लिए गूगल और पेटीएम साइबर प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में बढ़ते साइबर क्राइम को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) ने पुलिस मुख्यालय में दो दिनों के लिए गूगल और पेटीएम साइबर प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा है. इस कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा ने किया. इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस मुख्यालय और वित्तीय कारोबार संचालित करने वाली गूगल एवं पेटीएम के प्रशिक्षित अधिकारियों की टीम छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से आये साईबर नोडल पुलिस अधिकारी और जिला साईबर सेल के प्रभारी पुलिस अधिकारियों एवं रेंज स्तर से साईबर थाने में पदस्थ पुलिस अधिकारी/कर्मचारी को साईबर ठगी की रोकथाम और जल्दी कार्यवाही करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
अपराध को देखते हुए अधिकारियों को सतर्क रहने की है जरूरत-डीजीपी
छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के सभी जिलों से आए साईबर नोडल पुलिस अधिकारी एवं जिला साईबर सेल के प्रभारी पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि साईबर अपराध ठगी और ब्लेकमेलिंग जैसी अपराधों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधिकारियों को और अधिक सर्तक रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि आईटी एक्ट के अलावा डाटा प्रोटेक्शन एक्ट 2023 भी लागू हो गया है. इसमें साईबर ठगी के बढ़ते मामलों से निपटने और अपराधियों को पकड़ने तथा न्यायालय से दण्डित कराने के प्रावधान किये गए हैं. इन प्रावधानों से साइबर अपराधियों को दंड दिलाने में मदद मिलेगी.
डीजीपी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
आगे डीजीपी अशोक जुनेजा ने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि साइबर ठगी के मामलों में अपडेट जानकारी हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी दोनों उपलब्ध होनी चाहिए. जिससे प्रार्थी या शिकायतकर्ता के शिकायत का समाधान जल्द ही किया जा सके. उन्होंने साइबर अपराधियों द्वारा अन्य राज्यों में बैठकर किये जाने वालों अपराधों पर अंकुश एवं अपराधियों को पकड़ने के लिए अन्य राज्यों के पुलिस अधिकारियों से समन्वय बनाकर जल्द से जल्द कार्यवाही करें.
न्यायालय में अपराधियों को दंड दिलाना है चुनौती
इस कार्यक्रम में एडीजी प्रदीप गुप्ता ने कहा कि अपराधी को पकड़ना साक्ष्य एकत्रित करना और अपराधी को न्यायालय के सामने पेश कर उसे दण्ड दिलाना पुलिस के लिए बहुत बढ़ी चुनौती है. इसलिए पुलिस को आधुनिकतम रूप से प्रशिक्षित होना बहुत आवश्यक है. उन्होंने कहा कि गूगल और पेटीएम जैसे वित्तीय कार्य संपादित करने वाली संस्थाओं के अधिकारियों द्वारा दिया जाने वाला प्रशिक्षण पुलिस अधिकारियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा.
इन साइबर क्राइम पर दिया गया अधिकारियों को प्रशिक्षण
प्रशिक्षण कार्यक्रम में गूगल और पेटीएम के प्रशिक्षित अधिकारियों की टीम द्वारा LERS (ला इन्फोर्समेंट रिक्वेस्ट सिस्टम) पोर्टल, फ्रॉड, इमरजेंसी रिक्वेस्ट, फ्रेंड ट्रेंड, बिजनेस, ट्रांजैक्शन, मॉनिटरिंग संबंधी विषयों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी. इसके बाद में पेटीएम की टीम द्वारा ऑनलाइन बैंकिंग की कार्यप्रणाली और पेटीएम द्वारा साइबर क्राइम को रोकने की दिशा में उठाये गये कदम के बारे में विस्तार से बताया गया.