Bastar: बरसात का मौसम आते ही छत्तीसगढ़ में डेंगू-मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. सप्ताह भर के अंदर ही छत्तीसगढ़ के बस्तर में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि मलेरिया ने भी एक बच्चे की जिंदगी ले ली. जांच के दौरान लगातार डेंगू-मलेरिया के केस सामने आ रहे हैं. शहरी और ग्रामीण क्षेत्र दोनों में इस मौसमी बीमारी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है.
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट जारी किया है, लेकिन जानकारी के अभाव में इस बीमारी से संक्रमित मरीज सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे उनकी जान जा रही है. मलेरिया से पहली मौत दरभा ब्लॉक के करका गांव में 9 साल की बच्ची की हुई, जबकि डेंगू से चंद्रगिरी की मामड़पाल की 5 साल की बच्ची की मौत हो गई. वहीं, सप्ताह भर पहले शहर के महाराणा प्रताप वार्ड में भी एक 14 साल के बच्चे की डेंगू से मौत हो गई.
दरभा क्षेत्र बना डेंजर जोन लगातार मिल रहे मरीज
दरभा ब्लॉक में डेंगू-मलेरिया के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. खासकर बच्चे बड़ी संख्या में इसकी चपेट में आ रहे हैं. सप्ताह भर में डेंगू से दो बच्चों की मौत हो गई जबकि मलेरिया से एक बच्ची की मौत की खबर है. इसकी वजह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. प्रशासन पूरे जिले में फॉगिंग व दवा का छिड़काव कर रहा है, लेकिन सही समय पर इलाज न मिलने से मरीजों की मौत हो रही है.
कलेक्टर ने किया प्रभावी क्षेत्रों का दौरा
बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार भी पिछले कुछ दिनों से डेंगू प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग सभी मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज करने का दावा कर रहा है, लेकिन हकीकत ये है कि अंदरूनी क्षेत्रों में अब तक स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंच पाई है. वहीं कलेक्टर ने साफ-सफाई में लापरवाही बरतने के लिए जिम्मेदार लोगों को फटकार भी लगाई है.
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