Bastar Naxal Attack News: छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा अपने एक दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ के बस्तर पहुंचे हुए हैं. जहां उन्होंने सबसे पहले बीजापुर जिले में हाल ही में नक्सलियों की तरफ से हत्या किए गए दो बीजेपी नेताओं के परिवार वालों से मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त की. गृहमंत्री विजय शर्मा सबसे पहले तिरुपति कटला के घर पहुंचे और यहां उन्हें नमन करते हुए परिवार वालों से मुलाकात की.
इसके बाद गृहमंत्री बीजेपी नेता कैलाश नाग के घर भी पहुंचे और यहां उनके परिवार वालों से मुलाकात कर ठाठंस बांधा. इस दौरान विजय शर्मा ने स्थानीय मीडिया से भी बातचीत करते हुए कहा कि नक्सलियों की तरफ से बीजेपी नेताओं की हत्या करना निंदनीय है. बीते 10 दिन में दो बीजेपी नेताओं की नक्सलियों ने हत्या कर दी है. वहीं साल भर में 10 बीजेपी नेताओं की नक्सलियों ने हत्या की है. नक्सलियों के इस करतूत को लेकर जितनी भी निंदा की जाए वह कम है.
'बस्तर में नक्सली क्रूरता से नहीं आ रहे बाज'
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आगे कहा, "इस तरह से निर्दोष ग्रामीण और बीजेपी नेताओं की जघन्य हत्या करना सरासर गलत है. प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से वे लगातार कहते हुए आ रहे हैं कि वह हर परिस्थिति में नक्सलियों से शांति वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन नक्सली अपनी क्रूरता से बाज नहीं आ रहे हैं." उन्होंने कहा कि इससे पहले भी बीजापुर प्रवास के दौरान उन्होंने शांति वार्ता की नक्सलियों से अपील की थी, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला. अभी भी शांति वार्ता के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और इस समस्या का समाधान निकालना चाहते हैं.
'कांग्रेस के नेताओं को सुरक्षा देने में कोई फर्क नहीं करेगी सरकार'
इसके अलावा गृह मंत्री ने नक्सलियों के बढ़ते क्रूरता को लेकर कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए और बीजेपी नेताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बस्तर संभाग में 43 बीजेपी नेताओं को Y और X श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. साथ ही कांग्रेस के नेताओं को भी सुरक्षा दी गई है. गृहमंत्री ने साफ कहा कि उनकी सरकार सुरक्षा मुहैया कराने के नाम पर बीजेपी और कांग्रेसी नेताओं में अंतर नहीं करती है.
इसलिए जिस किसी भी नेता को जरूरत होगी उसे सुरक्षा प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा मुहैया कराने में कोई बैर नहीं किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हम नक्सलियों से किसी भी परिस्थिति में चाहे वर्चुअल के जरिए हो या आमने-सामने से बात करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, लेकिन बीजेपी नेताओं की हत्या और जवानों की हत्या का दर्द बहुत है.