Bastar News: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले और बस्तर (Bastar) जिले में एक आदिवासी युवती की मौत और एक युवती को आंध्र प्रदेश में बंधक बनाए जाने का मामला उजागर होने के बाद बस्तर में सियासी बवाल मचा हुआ है. इन दोनों घटनाओं के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने 4 सदस्य जांच समिति का गठन की है जो इन दोनों मामलों की जांच कर प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेंगे. दरअसल, 2 दिन पहले ही बस्तर जिले के बाकेल गांव के मारीगुड़ा पारा में रहने वाली आदिवासी युवती कविता कश्यप की हैदराबाद से लाश भेजी गई, जिस पर परिवार वालों ने युवती की हैदराबाद में हत्या की आशंका जताई. बस्तर पुलिस से जांच की मांग कर रही है, वही दूसरा मामला कोंडागांव जिले के कोंगेरा गांव का है, जहां की एक युवती जो मजदूरी करने आंध्र प्रदेश गयी हुई थी, उसे बंधक बनाया गया है, भाजपा के नेताओं का आरोप है कि इन दोनों गंभीर मामले में कांग्रेस की सरकार कुछ नही कर रही है. इसलिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दोनों मामले की जांच करने समिति का गठन किया है. इस जांच के बाद समिति इसकी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौपेगी, भाजपा की जांच समिति टीम में पूर्व मंत्री केदार कश्यप, पूर्व विधायक बैदुराम कश्यप ,पूर्व मंत्री लता उसेंडी और बीजेपी के आदिवासी नेता राजाराम तोड़ेंम शामिल है.
भाजपा ने गठित की जांच समिति
भाजपा के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने आरोप लगाते हुए कहा कि खुद को आदिवासियों का हितैषी बताने वाली भूपेश सरकार बस्तर के 2 जिलों में हुई घटना में पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है. बस्तर के स्थानीय नेता होने के बावजूद पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज अपने स्वागत सत्कार कराने में लगे हुए हैं, और माला पहनने में व्यस्त हैं. मानव तस्करी का शिकार हुए दोनों ही आदिवासी युवती के परिवार सरकार से न्याय की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. रोजगार के दावों के बीच लगातार बस्तर से आदिवासी युवाओं का पलायन का सिलसिला जारी है और इस पलायन के चलते ही दूसरे राज्यों में युवतियां मानव तस्करी का शिकार हो रही हैं, और बस्तर के कांग्रेसी नेता स्वागत सत्कार में लीन हैं. केदार कश्यप ने बताया कि इन दोनों ही घटना की जांच के लिए प्रदेश अध्यक्ष के आह्वान पर जांच समिति का गठन किया गया है और चार सदस्यों की जांच समिति दोनों ही मामले की जांच कर इसकी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेंगे.
15 साल के सरकार में आदिवासियों का भाजपा ने किया शोषण
वहीं इस मामले में पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज का कहना है कि इन दोनों ही मामले को लेकर सरकार बेहद गंभीर है और प्रशासन अपने स्तर पर काम कर रही है. बस्तर जिले के बाकेल गांव में आदिवासी युवती की मौत हुई है उसके परिवार के साथ कांग्रेस की संवेदनाएं हैं, और मामले की बकायदा जांच भी की जा रही है. दीपक बैज ने कहा कि 15 साल के भाजपा शासनकाल में आदिवासियों का सबसे ज्यादा शोषण किया गया है, और उन्हें कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया गया है. लेकिन कांग्रेस सरकार आदिवासियों के हर समस्या के निराकरण के लिए उनके साथ खड़ी है, जल्द ही इन दोनों मामलों में कार्रवाई की जाएगी.
दोनों ही मामले की जांच में जुटी पुलिस
इधर बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने दोनों घटना की जानकारी देते हुए बताया है कि बस्तर जिले के भानपुरी इलाके के बांकेल गांव में एक आदिवासी युवती कविता कश्यप बस्तर से रोजगार की तलाश में अपनी चचेरी बहन के साथ आंध्र प्रदेश के हैदराबाद मजदूरी करने गई हुई थी. पिछले 2 महीने से वही मजदूरी कर रही थी, 2 दिन पहले हैदराबाद से कविता की चचेरी बहन उसका शव लेकर उसके घर पहुंची और परिवार को सुपुर्द किया, मृतिका कविता के गले में गंभीर चोट के निशान है हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कविता के बॉडी पर कहीं भी कोई चोट के निशान नहीं है. इस मामले की जांच के लिए भानपुरी पुलिस एक टीम बनाकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है. साथ ही एक टीम को मृतिका कविता कश्यप हैदराबाद में जिस जगह मजदूरी का काम कर रही थी वहां के लिए रवाना किया गया है. जल्द ही इस मामले का खुलासा हो जाएगा, इसके अलावा उन्होंने बताया कि कोंडागांव जिले के कोंगेरा गांव में रहने वाली एक युवती जो रोजगार की तलाश में मजदूरी के लिए आंध्र प्रदेश में है उसे बंधक बनाए जाने की जानकारी परिजनों ने दी है. इस मामले में भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर लिया है और जिस कंपनी के लोगो के द्वारा युवती को बंधक बनाया गया उसकी पतासाजी करने के लिए एक टीम को आंध्र प्रदेश रवाना किया गया है. आईजी ने कहा कि जल्द ही दोनों मामले को सुलझा लिया जाएगा और दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी.