Chhattisgarh News: दीपावली में पटाखे जलाने के दौरान रखें खास सावधानी, डॉक्टर ने दी अहम सलाह
Diwali 2022: अक्सर आतिशबाजी के दौरान लापरवाही से खतरा हो जाता है. साथ ही पटाखों के धुओं से आंखों में जलन-चुभन के साथ लालिमा होने का खतरा होता है. बच्चों द्वारा आतिशबाजी के समय विशेष ध्यान देना चाहिये.
Diwali Celebration: दीपावली रोशनी का त्योहार है. देश भर में इसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. उमंग के इस उत्सव में हमारी जरा सी लापरवाही रंग में भंग डाल सकती है. त्योहार के दौरान खान-पान, दिनचर्या और इसे मनाने के तरीकों को लेकर सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतते रहने की सलाह दी जाती है.
उत्साह के बीच हमेशा ध्यान रखें कि स्वास्थ्य आपकी पहली प्राथमिकता है. इससे किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाना चाहिए. दीपावली के इस त्योहार में मधुमेह के साथ वजन और आंखों की सेहत को लेकर हमेशा सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता है.
जानिए क्या डॉक्टर्स की राय
महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि दीपावली में पटाखों को लेकर बरती गई लापरवाही के कारण हाथ और उंगली के बाद प्रभावित होने वाला दूसरा सबसे आम अंग आंख है. पटाखों के धुओं के कारण आंखों में जलन-चुभन के साथ लालिमा होने का खतरा होता है. इसके अलावा पटाखों से लगने वाली चोट आंखों में घाव, रक्त के थक्के बनने या पुतली को भी नुकसान पहुंचा सकती है.
पटाखों के धुएं से आंखों को हो सकता है नुकसान
बोतल में जलाए जाने वाले रॉकेट लोगों के चेहरों पर उड़कर लग जाते हैं जिसके कारण आंखों में चोट के सबसे ज्यादा मामले देखे जाते हैं. पटाखों के नजदीक में फटने से आंखों की रोशनी भी खराब हो सकती है.
दीपावली के दौरान आंखों से संबंधित किसी भी प्रकार की आपात चिकित्सा के लिए डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल और एम्स रायपुर में 24 घंटे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहेगी. इसके साथ ही प्रदेश के किसी भी हॉस्पिटल में अगर आंखों से जुड़ी कोई समस्या होती है तो तत्काल जाकर इलाज करवाएं.
ये सावधानियां हैं जरूरी
पटाखे जलाते समय सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जानी चाहिए. बच्चों द्वारा आतिशबाजी के समय बड़े लोगों को निगरानी रखनी चाहिए. पटाखे हमेशा शरीर से दूर रखकर ही जलाएं. आतिशबाजी वाले क्षेत्र से सभी ज्वलनशील चीजों को हटा लें. पटाखा जलाने के लिए लंबी डंडी का प्रयोग करें, जिससे इससे होने वाले धमाके से हाथों या आंखों पर कोई असर ना हो.
आंखों को सुरक्षित रखने के लिए आतिशबाजी करते समय सुरक्षात्मक चश्मे पहनें. अनार जैसे पटाखों से आंखों और चेहरों पर चोट के सबसे ज्यादा मामले देखे जाते हैं. इसे हमेशा दूर से ही जलाएं. आंख में खुजली या जलन होने या चोट लगने पर तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें.