Raipur News: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की महत्वकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना से प्रेरित होकर अब गोठानों के बाहर भी महिलाएं गोबर से कई उपयोगी उत्पाद बना रही हैं. इस दीवाली घरों को रोशन करने के लिए समूह की महिलाओं ने गोबर से बनी हुई फ्यूजन दीया बनाया है. भिलाई में उड़ान नई दिशा समूह की महिलाएं गोबर से फ्लोटिंग दीया, बंदनवार, मोबाइल स्टैंड, हैंगिंग शो-पीस जैसी कई सजावटी उत्पाद बना रही हैं.


क्या कहा डीएम ने?
समूह की महिलाओं ने कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा को गोबर से बनी फ्यूजन दीप रंगोली भेंट कर उन्हें दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं दी. इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि समूह की महिलाओं ने अन्य सजावटी उत्पाद भी तैयार किया है. जो गुणवत्ता, सुंदरता और हर मायने में उत्कृष्ट हैं. उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर गुणवत्ता में मेहनत कर और एकजुट होकर समूह की महिलाओं ने कमाल की चीजें बनाई है. यह बाजार की जरूरतों को पूरा करने और अपनी गुणवत्ता से आकर्षित करने के लिए उपयोगी साबित होंगी.


राज्य से बाहर फ्यूजन दीप रंगोली की बड़ी मांग
समूह की अध्यक्ष नीधि चंद्राकर ने बताया कि समूह के उत्पादों की देश के विभिन्न राज्यों के बड़े शहर नोएडा और पुणे में इस उत्पाद की अच्छी मांग है. उन्होंने बताया कि समूह के द्वारा बनाए गए उत्पाद छत्तीसगढ़ के अलावा राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल सहित देश के अन्य हिस्सों में विक्रय हेतु भेजे जा रहे हैं. इसके अलावा बड़े शहरों में रंगोली बनाने के लिए जगह का अभाव होता है. इसलिए हमने ऐसी रंगोली बनाई है, जिसे आप घर के दरवाजे, टेबल या आंगन पर रख सकते हैं. रंगोली में गोबर से बने दीये भी लगे हैं. इससे इसकी खुबसूरती में चार-चांद लग जाते हैं.


गोधन योजना का मिल रहा लोगों को लाभ
जब से छत्तीसगढ़ सरकार गोधन योजना की शुरुआत की है. तब से ग्रामीण क्षेत्रों में महिला समूहों द्वारा अनेक प्रकार के नवाचार किए जा रहे हैं. इसका नतीजा है कि अब महिला समूह खुद ही नई-नई तकनीक के प्रोडक्ट बना रही हैं. इस दिवाली महिला समूह ने घरों को रोशन करने के लिए फ्यूजन दीप रंगोली बनाया है. 


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