DRG Jawans In Bijapur: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार नये पुलिस कैंप खोले जा रहे हैं, लेकिन इस पुलिस कैंप को खोलने के दौरान जवानों को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. नये पुलिस कैंप खोलने के लिए ग्रामीण जवानों पर अत्याचार करने का आरोप लगा रहे हैं. बीजापुर जिले के पुसनार और बुर्जी इलाके में भी ग्रामीणों ने DRG के जवानों पर उनसे बुरी तरह से मारपीट करने का आरोप लगाया है.
साथ ही सैकड़ों ग्रामीणों पर लाठियां बरसाने का भी आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस के लाठीचार्ज से कई ग्रामीणों को चोट भी पहुंची है. इस पूरे घटनाक्रम का बकायदा ग्रामीणों ने वीडियो भी जारी किया है.
DRG के जवानों पर ग्रामीणों ने लगाया आरोप
दरअसल बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों में ग्रामीण नहीं चाहते हैं कि उनके इलाके में पुलिस कैम्प खुले, क्योंकि ग्रामीणों का मानना है कि नए पुलिस कैम्प खुलने से गांव के निर्दोष ग्रामीणों को नक्सल मामलों में फंसाकर जेल भेज दिया जाएगा और गांव की महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार किया जाएगा. बीजापुर जिले के पुसनार बुर्जी इलाके में भी पुलिस नया कैंप खोल रही है और इस इस कैम्प के विरोध में आसपास के सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हुए हैं.
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस बिना ग्रामसभा के इस पुलिस कैंप को खोल रही है, लाख मना करने के बावजूद भी पुलिस कैंप खोला जा रहा है, जिसके विरोध में ही ग्रामीण तंबू गाड़कर धरना स्थल पर बैठे हुए थे, लेकिन DRG के जवानों ने 15-16 दिसम्बर की रात मौके पर पहुंचकर पूरे ग्रामीणों पर लाठीचार्ज कर दियाऔर एक एक ग्रामीणों को बुरी तरह से पीटा. इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस द्वारा मारपीट और झूमा झटकी करने का वीडियो बना लिया.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पुलिस कैंप खुलने से ग्रामीणों का नुकसान है ऐसे में वे नहीं चाहते कि गांव में कैंप खुले, वही पुलिस के अधिकारी भी बिना ग्रामीणों को भरोसा में लिए कैंप खोल रहे है जबकि बस्तर में पैसा कानून लागू है और कैम्प खोलने के लिए बकायदा ग्रामसभा किया जाना था, लेकिन बिना ग्राम सभा के कैम्प खोल दिया गया.
इसी को लेकर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जताई, लेकिन DRG के जवानों ने उनकी बुरी तरह से पिटाई कर दी, ग्रामीणों ने बताया कि इस लाठीचार्ज से कई ग्रामीण महिलाएं और पुरुष भी घायल हुए हैं, जिनका गांव में ही ईलाज चल रहा है.
ग्रामीणों की मांग है कि जिन पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज किया है उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और बुर्जी इलाके से कैम्प को हटाया जाए. डीआरजी के जवानों ने उन पर बुरी तरह से लाठियां बरसाई है साथ ही उनके तंबू को भी उखाड़ फेंक दिया है.
आईजी ने दिया ये बड़ा बयान
इस पूरे मामले में बस्तर आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि जिन जगहों में कैंप खोला जा रहा है उन गांव में विकास कार्य किए जा रहे हैं, हालांकि कुछ जगहों में ग्रामीण शुरुआत में जरूर विरोध कर रहे थे लेकिन कैम्प खुलने के बाद उन गांव में सड़क बिजली की सुविधा पहुंची है, नक्सली नहीं चाहते हैं कि अंदरूनी क्षेत्रों में पुलिस पहुंचे इसलिए ग्रामीणों को आगे कर कैंप का विरोध करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बुर्जी में सामान्य स्थिति है. DRG के जवानों द्वारा ग्रामीणों से किसी तरह की मारपीट नहीं की गई है.
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