Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के टमाटर के शौकीन लोगों के लिए इस बार अच्छी खबर है. इस बार टमाटर की बढ़ती कीमतों की परेशानी से लोगों को राहत मिलेगी. लोग जमकर टमाटर का स्वाद ले सकेंगे. टमाटर को चटनी के अलावा बहुत सारी सब्जियों में इस्तेमाल कर खाना छत्तीसगढ़िया लोगों को बहुत पसंद है, लेकिन हर साल इसकी कीमत से लोग परेशान हो जाते हैं. इसकी कीमत कई बार 100 रुपए प्रति किलो से भी ज्यादा हो जाती है जिसके बाद लोगों के लिए इसे खरीदना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन इस साल ऐसा नहीं होगा क्योंकि इस बार टमाटर की पैदावार अच्छी हुई है.


टमाटर की बंपर पैदावार
प्रदेश में पिछले साल के मुकाबले इस बार किसानों ने लगभग 3 गुना ज्यादा खेतों में टमाटर लगाया है. छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े टमाटर उत्पादक क्षेत्र धमधा की बात की जाए तो यहां औसतन 240 टन तक टमाटर (तकरीबन 14 ट्रक) खेतों से मंडी में आ रहा है.  खेत में ही किसानों को क्वालिटी के हिसाब से 10 से 14 रुपए किलो तक का रेट अभी मिल रहा है. जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी आवक कम होने से मांग बढ़ेगी और आने वाले दिनों में रेट और अच्छा होने की संभावना है.


गर्मियों तक नहीं होगा महंगा
किसानों का मानना है कि बंपर पैदावार से किसान भी फायदे में रहेंगे. टमाटर के रेट फरवरी के बाद बढ़ने लगते हैं लेकिन इस बार खेती इस तरह की गई है कि गर्मी तक प्रदेश के लोगों को टमाटर महंगा नहीं मिलेगा. खेतों से 12-14 रुपए प्रति किलो जाकर टमाटर सब्जी मंडियों में 18 से 20 रुपए प्रति किलो और सब्जी की दुकानों में 22 से 25 रुपए किलो बिक रहा है.


समस्या का ढूंढा समाधान
अमूमन हर साल देखने को मिलता था कि या तो टमाटर की पैदावार ज्यादा हो जाने की वजह से किसानों को उसकी कीमत नहीं मिलती थी और किसानों को मजबूरी में टमाटर को सड़कों में फेंकना पढ़ता था या फिर यह भी देखने को मिलता था कि गर्मी के समय टमाटर के दाम आसमान छूने लगते थे. टमाटर की कीमत बाजारों में सौ रुपये से ऊपर तक पहुंच जाती थी लेकिन इस दफा किसानों ने इस समस्या का समाधान ढूंढ लिया है. इससे लोगों पर टमाटर की कीमतों का भार नहीं पड़ेगा साथ ही किसानों का टमाटर भी पूरी तरह बिक जाएगा. 


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