Durg News: छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) की महत्वकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी के तहत संचालित गौठानों का निरीक्षण दुर्ग जिले के कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने किया. उन्होंने धमधा ब्लॉक के गौठानों का व्यापक निरीक्षण किया. उन्होंने शहरी गौठान भी देखे और ग्रामीण गौठान भी देखे. गौठानों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने दो बातों पर विशेष फोकस किया.
गौठानों में गोबर खरीदी नियमित होती रहे और वर्मी का उठाव होता रहे. इसके साथ ही आजीविका मूलक गतिविधियों का विस्तार हो. उन्होंने कहा कि समूह वर्मी उत्पादन और बाड़ी में फल-सब्जियों (fruits and vegetables) के उत्पादन प्रमुखता से करें, इसके साथ ही आनुषांगिक (ancillary) गतिविधि का विस्तार करें.
डीएम ने महिला समूहों को दिया कमाई का टिप्स
बरहापुर गौठान की महिलाओं ने बताया कि उन्होंने पहली बार सब्जी की फसल लगाई है. आलू और प्याज को बाड़ में बोए हैं. कलेक्टर ने इस बात पर उनकी तारीफ की. इसके बाद उन्होने महिलाओं को बताय कि सबसे पहली प्राथमिकता गौठान में ऐसे कार्यों पर दें जिसमें बाजार में बड़ी डिमांड हो. जैसे वर्मी का उत्पादन समूह करते हैं तो इसका बिकना तय है. फल और सब्जी का तो मार्केट होता ही है.
विशेषज्ञों की सलाह पर कार्य करते रहें. उन्होंने लिमतरा की बाड़ी में काम कर रही स्व-सहायता समूह की महिलाओं का उदाहरण देते हुए बताया कि उनकी बाड़ में एक लाख रुपए के निवेश में तीन लाख रुपए प्राप्त हुए. इस तरह समूह की महिलाओं ने दो लाख रुपए कमाए.
बेल और करौंदा के जूस बेचने की उठाई बात
यहां काम कर रही समूह की महिलाओं ने बताया कि बाड़ी के इतर भी आर्थिक गतिविधियों पर वे काम करना चाहती हैं. जैसे गाँव में बेल और करौंदा बहुतायत में हैं इनका जूस मार्केट में बिक सकता है. इसे पेंड्रावन के बिहान मार्ट में बेचने की योजना है. समूह की महिलाओं ने कहा कि यदि एलोवेरा जूस का मार्केट मिल जाए तो वे एलोवेरा का उत्पादन भी करना चाहेंगी.
कलेक्टर ने कहा कि नवाचार से अधिकारियों को अवगत कराएं. इसकी व्यावसायिक संभावनाओं का परीक्षण कराया जाएगा, यदि परीक्षण में यह व्यावहारिक पाया जाता है तो इसके बड़े पैमाने पर उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा. महिला समूह की पदाधिकारियों ने कलेक्टर को बेल का जूस भी पिलाया.
उन्होंने बताया कि बेल पेट के अनेक रोगों में काफी उपयोगी होता है इसलिए यदि जूस के रूप में इसके बाजार की उचित व्यवस्था हो जाए तो महिला समूहों को काफी आय हो सकती है. समूह की पदाधिकारियों ने बताया कि यहां पर आजीविका मूलक गतिविधियों के लिए कक्ष भी बनाया जा रहा है जहां पर मिनी राइस मिल तथा मसालों आदि की प्रोसेसिंग हो सकेगी.
पेण्ड्री में नोडल अधिकारी को डीएम ने थमाई नोटिस
पेण्ड्री में गौठान के निरीक्षण के दौरान यहां की व्यवस्था से कलेक्टर ने सख्त नाराजगी जाहिर की. यहां पर वर्मी कंपोस्ट के लिए गोबर एक ही समय में डाला गया था. उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए यह बहुत जरूरी है कि नियमित रूप से गोबर को वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए डाला जाए ताकि पिट भरे नहीं और नियमित रूप से वर्मी कंपोस्ट का प्रोडक्शन होता रहे. इस प्रक्रिया का पालन नहीं करने की वजह से उन्होंने पेण्ड्री के नोडल अधिकारी एआरईओ श्री गौतम खुटेल को शो कॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिये.
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