Durg News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला अस्पताल ( Durg District Hospital) में उस वक्त हड़कंप मच गया जब रात में अचानक जिले के डीएम निरीक्षण करने पहुंच गए. डीएम सबसे पहले मरीजों के वार्ड में पहुंचे और मरीजों से डायरेक्ट अस्पताल की सुविधाओं के बारे में फीडबैक लेने लगे. इस दौरान मरीजों ने गंदी बेडशीट मिलने की जानकारी डीएम को दी जिसपर डीएम ने तत्काल वहां मौजूद स्टॉफ को फटकार लगाई. इसके बाद डीएम को कुछ मरीजों ने डॉक्टर के विजिट नहीं करने को लेकर जानकारी दी, जिस पर डीएम ने तुंरत डॉक्टर की पेमेंट काटने के निर्देश दिए.


सफाई एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करने के दिए निर्देश
वार्डों के निरीक्षण के दौरान शौचालयों में गंदगी, टूटे हुए कमोड, वाश बेसिन व दरवाजे को देख कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कड़े शब्दों में निर्देशित किया कि अस्पताल में गंदगी और अव्यवस्था किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. डीएम ने कहा कि मौजूदा सफाई एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करें और जल्द से जल्द नई एजेंसी के साथ करार कर अस्पताल की नियमित सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें.


डॉक्टर के लिए दिए निर्देश


निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अस्पताल के वार्डों में भर्ती मरीजों से बातचीत कर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं, भोजन और दवाईयों की उपलब्धता आदि के बारे में जानकारी ली. उन्होंने मरीजों से पूछा कि इलाज में कोई परेशानी तो नहीं आ रही. चिकित्सक समय पर विज़िट करने आते हैं या नहीं? मरीज़ों ने बताया कि आज शाम की रुटीन विज़िट में डॉक्टर नहीं आए. इस पर कलेक्टर ने नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को संबंधित डॉक्टर की आधे दिन की पगार काटने के निर्देश दिए. साथ ही आगे ऐसा न हो इसके लिए उन्हें नियमित निरीक्षण करते रहने के लिए कहा.


गंदी बेडशीट पर नाराज हुए डीएम, जमकर लगाई फटकार
प्रसूति वार्ड के निरीक्षण के दौरान मरीज़ों ने कलेक्टर को बताया कि अस्पताल के सभी चिकित्सक और नर्स बहुत अच्छा व्यवहार करते हैं. भोजन और इलाज की अच्छी व्यवस्था ज़िला अस्पताल में मिल रही है. वहीं नवनिर्मित वार्ड के बिस्तर में गंदी बेडशीट पाए जाने पर कलेक्टर ने ड्यूटी पर मौजूद नर्स और स्टाफ़ को कहा की इससे मरीज़ों को संक्रमण का ख़तरा है. इस तरह की लापरवाही दोबारा न करें. उन्होंने डॉक्टर को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी बिस्तरों में साफ़ बेडशीट लगनी चाहिए और जिन बिस्तरों के बग़ल में दवाइयां रखने के लिए रैक नहीं हैं वहां रैक लगाई जाएं. उन्होंने सिविल सर्जन से सभी ज़रूरी व्यवस्था कर फ़ोटो भेजने के लिए कहा.


आत्महत्या करने वाले मरीजों की होगी काउंसलिंग
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर एक ऐसे मरीज़ से भी मिले जिसने आत्महत्या के उद्देश्य से ज़हर का सेवन कर लिया था. उन्होंने उनकी स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली. डॉक्टर ने डीएम को बताया कि वह अभी ख़तरे से बाहर है. इसके बाद डीएम ने पीड़ित और उसके परिजनों से बात कर उन्हें दिलासा दी और हिम्मत न हारने और मुसीबतों का डट कर सामना करने का हौसला दिया. इसके अलावा उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस तरह के मरीज़ों की मनोचिकित्सक द्वारा काउंसलिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.


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