Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सरकार द्वारा चलाई जा रही गोधन योजना के तहत गोठान को देखने के लिए पहली बार विदेश से लोग पहुंचे हैं. छत्तीसगढ़ के दुर्ग के धमधा विकास खंड के संडी गांव में संचालित गौठान को देखने के लिए जापान से लोग पहुंचे. यह टीम जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जीका) के अधिकारी हैं.
जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी ने किया गौठान का निरीक्षण
दरअसल जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जीका) के अधिकारयों की टीम दुर्ग जिले के विभागीय अधिकारयों के साथ धमधा विकासखंड के संडी गौठान पहुंचे. जहां उन्होंने गौठान में किये जा रहे कामों को देखने के साथ-साथ यहां होने वाली आजीविका मूलक गतिविधियों का निरीक्षण किया. गायों के संरक्षण और उनके द्वारा दिए गए उत्पाद से कैसे एक इकोसिस्टम का निर्माण किया जा सकता है, यह देख कर जापान का दल बहुत खुश हुआ. उनके द्वारा गौठान में वर्मी कपोस्ट खाद का उत्पादन, हैचरी, ब्रूडिंग हाउस, पोल्ट्री रैरिंग, बटेर पालन, सामुदायिक बाड़ी और स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों का अवलोकन किया गया.
Chhattisgarh के इस जिले में 10 हजार मीटर खराब, बिजली के भारी बिल ने बढ़ाई उपभोक्ताओं की परेशानी
जापानियों ने कहा ऐसा पहली बार देखा
जीका की टीम ने गौठान में काम कर रही स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा भी की कि कैसे एक गौठान पशुओं से लेकर मानव के लिए हितकर हो सकता है. उन्होंने इस कांसेप्ट को समझा और उसकी सराहना की. उनका कहना था कि ऐसा कांसेप्ट उन्होंने पहली बार देखा है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होती हो. वहीं अधिकारियों ने स्व सहायता समूह के महिलाओं की हो रही कमाई होने की भी जानकारी जीका के टीम को बताया. उन्होंने अपनी प्रसन्नता जाहिर की और महिला सशक्तिकरण की ओर इसे एक सार्थक पहल कहा.
जापानी टीम के लोगों ने एक किसान के खेत का किया दौरा
इसके बाद जापानी टीम गिरहोला में कृषक मयंक चौहान के खेत पहुंची, जहां उन्होंने प्लग टाइप वेजिटेबल सीडलिंग एवं ड्रैगन फ्रूट की खेती देखी और खेती के इस एडवांस स्तर को देखकर वो प्रभावित हुए. भ्रमण दल में जीका हेडक्वार्टर टोक्यो से कोइडे सोटा डिप्टी डायरेक्टर जीका, एच शशाकि कंट्री ऑफिसर एवं काओरी फ्रूयामा प्रतिनिधि जीका इंडिया अनुराग सिन्हा प्रिंसिपल डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट व अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे.