कोरबा मेडिकल कॉलेज में शुरू होगी ई-हॉस्पिटल सेवा, मरीजों को जांच और रिपोर्ट सहित मिलेगी ये सुविधा
Korba News: मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. गोपाल कंवर ने बताया कि ई-हॉस्पिटल सेवा जल्द ही शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है. पंजीयन कक्ष से मरीज को पर्ची दिया जाएगा, जिसमें यूनिक और बार कोड होगा.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोरबा (Korba) जिलेवासियों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी सौगात मिलने वाली है. यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जल्द ही ई हास्पिटल सेवा शुरू होगी. इस सेवा के शुरू होने से न सिर्फ मरीजों को जांच रिपोर्ट के लिए पैथोलेब का चक्कर काटने से राहत मिलेगी, बल्कि वो पंजीयन पर्ची में लिखे बार कोड और केस कोड की मदद से अन्य इलाज भी करा सकेंगे. साथ ही मरीज से संबंधित सारी जानकारी ऑनलाइन होगी, जिसे डॉक्टर एक क्लिक कर देख सकेंगे. मरीज के लिए दवाई और जांच की प्रक्रिया भी ऑनलाइन होगी.
शासन ने मेडिकल कालेज अस्पतालों को पेपरलेस बनाने की योजना तैयार की है. इस योजना के तहत मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में ई हॉस्पिटल सेवा शुरू करने पहल की गई है. इसमें स्व. बिसाहूदास महंत मेडिकल कॉलेज अस्पताल का नाम भी शामिल है. शासन की ओर से ई हॉस्पिटल सेवा शुरू करने के प्रथम चरण में विभिन्न कार्यों के लिए 75 लाख रुपये की मंजूरी दी गई है. प्रबंधन स्वीकृत राशि का उपयोग करते हुए ई हॉस्पिटल सेवा के लिए जरूरी सुविधा और संसाधन जुटाने में लगी है. संभावना जताई जा रही है कि एक महीने के भीतर योजना लागू कर दी जाएगी.
मरीजों को होगी आसानी
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वर्तमान में मरीजों को पंजीयन के लिए लंबी कतारें लगानी पड़ती है. वो किसी तरह पर्ची हासिल कर ओपीडी में डॉक्टर के पास पहुंचते हैं, जहां डॉक्टर द्वारा पंजीयन पर्ची में ही दवा और जांच लिखा जाता है. जिसे लेकर मरीज और परिजन पैथोलेब पहुंचते हैं. उन्हें सैंपल देने के बाद जांच रिपोर्ट के लिए चक्कर लगाना पड़ता है. कमोवेश यही स्थिति दवा वितरण कक्ष में भी निर्मित होती है. ई हॉस्पिटल सेवा के शुरू होने से मरीज को सिर्फ सैंपल देने पैथोलेब जाना पड़ेगा. पैथोलेब के कर्मचारी जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट ऑनलाइन कर देंगे. जिसे एक क्लिक में देखा जा सकेगा.
इसके बाद डॉक्टर ऑनलाइन रिपोर्ट का निरीक्षण कर दवा लिखेंगे. मरीज को दवा के लिए भी पर्ची दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी. ई हॉस्पिटल सेवा के शुरू होने से निश्चित तौर पर न सिर्फ मरीज और उसके परिजन बल्कि स्वास्थ्य अमले को भी कई झंझटों से निजात मिलेगी. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रतिदिन सात सौ से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. डॉक्टरों को मरीज के परीक्षण और कागजी प्रक्रिया पूरी करने में ही वक्त लग जाता है. ई-हॉस्पिटल सेवा के शुरू होने से डॉक्टरों के समय में बचत होगी. इसके अलावा कागजी प्रक्रिया से भी राहत मिलेगी. साथ ही वो अधिक से अधिक मरीजों का इलाज कर सकेंगे.
ये काम हुआ पूरा
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ई हॉस्पिटल सेवा शुरू करने का काम तेजी से चल रहा है. प्रबंधन की ओर से ओपीडी में इलाज करने वाले डॉक्टरों को ऑनलाइन सेवा से जोड़ने लैपटॉप और टैबलेट की खरीदी की जा चुकी है. इसके अलावा नेटवर्किंग के लिए पंजीयन कक्ष, चिकित्सक कक्ष, पैथोलेब सहित जरूरी केन्द्रों में केबलिंग का कार्य कर लिया गया.
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. गोपाल कंवर ने बताया कि ई हॉस्पिटल सेवा जल्द ही शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है. पंजीयन कक्ष से मरीज को पर्ची दिया जाएगा. जिसमें यूनिक और बार कोड होगा. प्रयास किया जा रहा है कि ग्रामीणों को बार बार पर्ची लेकर आना न पड़े इसके लिए यूनिक कोड के साथ ही नाम और पता के आधार पर पूरी जानकारी ऑनलाइन हो सके.