ED Raid in Chhattisgarh: ईडी की छापेमारी पर भड़की कांग्रेस, सीएम बघेल बोले- अधिवेशन से डरी बीजेपी
Raipur News: कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि बीजेपी सरकार कांग्रेस से डर चुकी है. संसद में और बाहर विपक्ष की आवाज उठने नहीं देते. बीजेपी के साथियों पर असल में रेड होनी चाहिए.
Chhattisgarh ED Raid: छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई से कांग्रेस में हड़कंप मच गया है. यहां आधा दर्जन से अधिक नेताओं घर ईडी ने छापेमारी की है. अबतक मिली जानकारी के अनुसार 2 विधायक और 5 नेताओं के यहां ईडी की रेड चल रही है. इसके बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर बड़ा निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है और राजनीतिक लाभ के लिए बीजेपी ईडी की रेड करवा रही है.
'रेड राजनीतिक हथकंडा'
दरअसल, प्रदेश कांग्रेस भवन में सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ 7 मंत्रियों, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है. इस दौरान पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने केंद्र को बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन को डिस्टर्ब करने के लिए ईडी की रेड की जा रही है. मोदी सरकार लोकतांत्रिक तरीके से चुने सरकार को परेशान कर रही है. बीजेपी राजनितिक रूप से मुकाबला नहीं कर पाती तो ईडी को आगे करती है. अबतक 95 प्रतिशत ईडी के छापे विपक्ष पर मारे गए है.
'कांग्रेस से डरी बीजेपी'
इसके बाद कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा की बीजेपी सरकार कांग्रेस से डर चुकी है. संसद में और बाहर विपक्ष की आवाज उठने नहीं देते. बीजेपी के साथियों पर असल मायने में रेड होनी चाहिए. ये किसी भी स्तर पर गिर सकते है. भारत जोड़ो यात्रा से ये इतना बौखला गया है की इस तरह के हथकंडे अपना रहे है. आगे उन्होंने कहा कि रायपुर में कांग्रेस का महा अधिवेशन होने जा रहा है इस लिए बीजेपी डर गई है बार बार क्यों कांग्रेस टारगेट किया जाता है.
पीसी के दौरान सीएम बघेल ने कहा, "अडानी पर रेड करने की जरूरत है क्योंकि अदानी दुनिया भर भारत को नीचा दिखाया है. कांग्रेस रोज 3 सवाल पूछ रही है लेकिन सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया. सभी बातों को ढकने की कोशिश की जा रही है. लोकतंत्र में इनका विश्वास नहीं है. जांच एजेंसी का बेशर्मी से इस्तेमाल हो रही है ये दुनिया देख रहा है."
विधायक चंद्रदेव राय के यहां भी छपा पड़ा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "1 दर्जन जगह में ईडी का छापा पड़ा है और भी साथियों के छापा पड़ा है. राम गोपाल अग्रवाल, गिरीश देवांगन, देवेंद्र यादव, विनोद तिवारी, आरपी सिंह और सनी अग्रवाल के घर रेड चल रही है. अभी अभी जानकारी मिली बिलाईगढ़ के विधायक चंद्रदेव राय के यहां भी छपा पड़ चुका है.बीजेपी मुख्य रूप से डर हुए लोग है. सीएम ने आगे कहा कि 4 दिन बाद कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन होने वाला है.
कांग्रेस जब भी कोई बड़ा कदम लेती है तब तब इस प्रकार की घटना होती है. कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ झारखंड को जिम्मेदारी दी गई थी. जैसे रिजल्ट आया उसके बाद सबसे पहले आईटी का छापा छत्तीसगढ़ में पड़ा. दूसरा छापा असम, यूपी और फिर हिमाचल गए तो छत्तीसगढ़ में छपा पड़ा है. अब राष्ट्रीय अधिवेशन पर शंका कर रहे थे कि छापा पड़े और छपा पड़ ही गया.
'भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से हैं बेचैन'
सीएम बघेल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता मिली है बीजेपी उससे बेचैन है. छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय अधिवेशन में सब की निगाह लगी हुई है. इस अधिवेशन में 2024 का रोड मैप तैयार होगा और 2023 के विधानसभा चुनाव का रोड मैप तैयार होगा. इस लिए बीजेपी घबराहट की वजह से बीजेपी ने निम्न स्तर का काम है. हमारा अधिवेशन में किसी भी हालत में असफल नहीं होंगे इससे और ज्यादा सफलता मिलेगी.इस रेड से घबराने वाले नहीं है. कांग्रेस पार्टी अंग्रजों से नही डरी इनसे क्या डरेंगे? पहले छापा पड़ता था को कोई गंभीर मसला होगा. लेकिन अब देश जानता है राजनीतिक लाभ के रेड मारा जाता है.
'ईडी और आईटी के प्रवक्ता हैं रमन सिंह'
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी की रेड पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि 5 हजार ईडी के छापे पड़े है. इसमें से 33 ही साबित कर पाए इतना खराब परफॉर्मेंस है. इसके आग सीएम ने रमन सिंह को भी आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि जब जब छपा पड़ता है रमन सिंह प्रवक्ता बन जाते है. ईडी - आईटी के प्रवक्ता बन जाते है. खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे. कांग्रेस के कार्यों से बीजेपी बेचैन है. ईडी किस मामले में जांच कर रही है. अधिवेशन के ठीक पहले जांच का क्या मतलब है? ईडी के प्रेस नोट से पहले रमन सिंह का बयान आ जाता है. क्या बीजेपी ईडी का प्रयोग किया है.
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