Chhattisgarh News: बीजेपी-कांग्रेस के नेताओं के चहेते ठेकेदार के घर ईडी का शिकंजा, देर शाम तक जारी रही कार्रवाई
Ambikapur ED Raid News: रामनिवास कॉलोनी में रहने वाले व्यवसायी व ठेकेदार अशोक अग्रवाल उर्फ कोढ़ी और उनके पुत्र आकाश गर्ग छत्तीसगढ़ बनने के साथ ही सुर्खियों में रहे.
ED Raid in Chhattisgarh: प्रदेशव्यापी छापे के दौरान ठेकेदार और व्यवसायी राजपुर निवासी अशोक अग्रवाल उर्फ कोढ़ी के अम्बिकापुर के रामनिवास कॉलोनी स्थित मकान और कार्यालय में शुक्रवार (2 मार्च) सुबह ईडी की टीम के द्वारा दबिश दी गई. छत्तीसगढ़ बनने के बाद से बीजेपी और कांग्रेस के मंत्री और नेताओं के हमेशा नजदीक रहने वाले व्यवसायी अशोक अग्रवाल के घर यह छापा किस मामले को लेकर पड़ा है.
यह तो स्पष्ट नहीं है मगर सरगुजा संभाग और बस्तर में ठेकेदारी और सप्लाई के काम से जुड़े अशोक अग्रवाल के घर छापे से आज फिर वे सुर्खियों में हैं. ईडी की टीम सुबह दो गाड़ियों से पहुंची और सशस्त्र बल की मौजूदगी में जांच पड़ताल शुरू की गई. ईडी के द्वारा कार्रवाई के संबंध में गोपनीयता बनाई गई है और पत्रकारों को कोई भी जानकारी देने से बच रहे हैं. देर शाम तक ईडी की जांच पड़ताल जारी रही.
गड़बड़ी के कई मामलों सामने आ चूकें है
सूत्रों के मुताबिक ED (Directorate of Enforcement) के द्वारा ठेकेदार अशोक अग्रवाल के निवास में संपत्ति संबंधी सहित अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि अशोक अग्रवाल मूल रूप से बलरामपुर जिला के राजपुर के रहने वाले हैं. उनका संबंध राजनीतिक दलों और प्रमुख नेताओं से होने के साथ ही वे क्षेत्र के चर्चित चेहरे भी हैं. बलरामपुर, सरगुजा के साथ ही बस्तर सहित अन्य जिलों में उनका ठेकेदारी का कार्य चलता है.
वर्तमान समय में सरगुजा और बस्तर जिला में कई कार्य चल रहे हैं. माना जा रहा है कि सरगुजा संभाग और बस्तर क्षेत्र में पूर्ववर्ती कांग्रेस शासनकाल में डीएमएफ और आपदा प्रबंधन में गड़बड़ी के कई मामलों सामने आ चूकें है. जांच के दौरान पूर्ववर्ती सरकार में पदस्थ प्रभावशाली लोगों के मनी लांड्रिंग मामले सामने आए थे. आयकर विभाग के छापे होने के बाद ईडी द्वारा अब छत्तीसगढ़ के अलग-अलग ठिकानों मे शिकंजा कसा जा रहा है.
कंबल वाले बाबा के नाम से भी जाने जाते हैं
रामनिवास कॉलोनी में रहने वाले व्यवसायी व ठेकेदार अशोक अग्रवाल उर्फ कोढ़ी और उनके पुत्र आकाश गर्ग छत्तीसगढ़ बनने के साथ ही सुर्खियों में रहे. बीजेपी शासनकाल के पहले कार्यकाल के दौरान भी उन पर ग्रामीण पंचायत विकास कार्यों में पंचायतों के ठेकेदारी करने और तत्कालीन प्रभावशाली लोगों का समर्थन होने का आरोप पहले भी लगता रहा. बीते कांग्रेस शासन काल में भी बस्तर और सरगुजा के मंत्रियों और अधिकारियों के साथ उनके नजदीकी संबंध से भी वे हमेशा सुर्खियों में रहे.
सन् 2000 से सुर्खियों में आए अशोक अग्रवाल उर्फ कोढ़ी राजपुर क्षेत्र में कंबल वाले बाबा के नाम से भी जाने जाते हैं और हर साल जरूरतमंदों को कंबल वितरण करने के लिए शिविर भी लगाते रहते हैं. सरगुजा में दूसरे ईडी के छापे के बाद वे फिर से सुर्खियों में हैं. कार्रवाई पूरे दिन चलती रही. अधिकृत तौर पर न तो स्थानीय प्रशासन ने और न ही छापा मारने आए दल ने कोई पुष्टि की. अभी तक इसे ईडी की ही कार्रवाई मानी जा रही है, मगर सरगुजा में इसकी पुष्टि अब तक किसी ने नहीं की है.
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