Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियों का धुंआधार प्रचार चल रहा है. बीजेपी और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं ने छत्तीसगढ़ में डेरा जमाया हुआ है. अब आम आदमी पार्टी ने भी प्रचार अभियान तेज कर दिया है. आज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे है. इस दौरान कई विधानसभा सीटों में भगवंत मान रोड शो और आम सभा करने वाले है. क्या इससे छत्तीसगढ़ के चुनावी फिजा में आम आदमी पार्टी का मौसम बनता है या नहीं ये समझते है. आखिर आम आदमी पार्टी का छत्तीसगढ़ के चुनाव में कितना असर है.


पंजाब के सीएम का 2 दिन में की सीटों में रोड शो


दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक 29 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे है. दोनों 29 और 30 अक्टूबर को प्रदेश के कई विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे. 29 अक्टूबर को भगवंत माना और संदीप पाठक कोटा विधानसभा से पार्टी के प्रत्याशी पंकज जेम्स, कवर्धा के प्रत्याशी राजा खड्गराज सिंह के समर्थन में रोड शो करेंगे. इसके बाद दोनों नेता रायपुर में रात को रुकेंगे और 30 अक्टूबर की सुबह दोनों भानुप्रतापपुर और गुंडरदेही जाएंगे. 


दूसरे दिन भी जारी रहेगा भगवंत मान का चुनावी अभियान


कवर्धा और कोटा में रोड शो के बाद अगले दिन 30 अक्टूबर को भानूप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी और गुंडरदेही के प्रत्याशी जशवंत सिन्हा के समर्थन में प्रचार करेंगे और फिर रायपुर लौट कर शाम को रायपुर में रोड शो करेंगे. भगवंत मान का ये रोड शो राजधानी रायपुर के पहाड़ी चौक से निकल कर खालवाड़ा चौक और कबीर चौक होते हुए कर्मा चौक रामनगर तक जाएगी. दावा किया गया है कि इसमें हजारों की संख्या में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शामिल होंगे. 


आप के 2018 और 2023 के परफॉर्मेस में अंतर है 


छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी 2018 में चुनाव लड़ चुकी है, लेकिन आम आदमी पार्टी को कोई सफलता नहीं मिली. इस बार पार्टी पूरी ताकत से छत्तीसगढ़ के चुनाव मैदान में उतर रही है. संगठन विस्तार के साथ ग्राउंड लेवल पर कार्यकर्ताओं को जोड़ा जा रहा है. चुनावी साल में अरविंद केजरीवाल रायपुर, बिलासपुर और जगदलपुर में सभा कर चुके है. इस लिहाजा से पॉलिटिकल एक्सपर्ट प्रो अजय चंद्राकर ने कहा कि, पिछले चुनाव जैसे रिपोर्ट आने की संभावना नहीं है. आम आदमी पार्टी का 2018 से 2023 में बहुत अंतर है. वो शहर तक है नहीं सोचना चाहिए. यानी कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. क्योंकि छत्तीसगढ़ का चुनाव आसान नहीं है.



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