Chhattisgarh: दुर्ग के 'अहिवारा विधानसभा' सीट पर इस बार होगी कांटे की टक्कर! आंकड़ों से समझिए राजनीतिक समीकरण
Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ की एक ऐसी विधानसभा सीट जहाँ से हैट्रिक करने से भाजपा चूक गई थी. जानिए इस साल क्या है राजनीतिक समीकरण और क्या है इस सीट के मुद्दे और समस्या.
Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh) में इस साल के आखरी महीनों में विधानसभा चुनाव ( Assembly Elections) होने है. छत्तीसगढ़ में राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं. सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता छत्तीसगढ़ में चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. ऐसे में वीवीआईपी जिला दुर्ग ( Durg) की विधानसभा सीटों पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. दुर्ग जिला में छह सीटे हैं. उनमें से एक सीट ऐसी है जिस सीट पर भाजपा ( BJP) हैट्रिक करने से चूक गई थी. कांग्रेस ( Congress) से चुनाव लड़कर गुरु रुद्र कुमार (Guru Rudra Kumar) विधायक बने थे. जोकि वर्तमान में कांग्रेस सरकार में पीएचई मंत्री है. उस विधानसभा सीट में वर्तमान में जनता का क्या मुड है और इस विधानसभा की क्या राजनीतिक प्रोफाइल है. आज उसी को समझेंगे और क्या राजनीतिक समीकरण बन रहे है उसी पर बात करेंगे.
बीजेपी हैट्रिक करने से चूक गई थी, कांग्रेस गुरु रूद्र कुमार ने दिलाई थी जीत
हम बात कर रहे है ग्रामीण क्षेत्रों से भरा अहिवारा विधानसभा सीट की. अहिवारा विधानसभा सीट 2008 में परिसीमन के बाद पाटन विधानसभा से कटकर और धमधा को मिलाकर एक नया विधानसभा बना जिसे अहिवारा विधानसभा नाम दिया गया. इस विधानसभा को अनुसूचित जाति के वर्ग के लिए आरक्षित किया गया. यह विधानसभा जिले के सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र में से एक माना जाता है. इस विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद शुरू से ही भाजपा का दो बार कब्जा रहा था. लेकिन 2018 विधानसभा चुनाव में तीसरी बार इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर गुरुरुद्र कुमार ने चुनाव लड़कर पहली बार कांग्रेस को जीत दिलाया था. और विधायक बने थे. वर्तमान में वे कांग्रेस सरकार में पीएचई मंत्री है. लेकिन इस साल होने वाले 2023 विधानसभा चुनाव में जनता किस पार्टी के नेता को चुनती है वह तो चुनाव और परिणाम के बाद ही पता चल पाएगा.
सिटिंग एमएलए को हराकर कांग्रेस उम्मीदवार ने बड़ी जीत दर्ज की थी
2018 के विधानसभा चुनाव में अहिवारा विधानसभा क्षेत्र में कुल 72.93 प्रतिशत वोट पड़े थे. कांग्रेस के प्रत्याशी गुरु रुद्र कुमार ने भाजपा के उम्मीदवार व सीटिंग विधायक सांवलाराम डहारे को 31 हजार 687 वोटों के अंतर से हराया था. 2018 के विधानसभा चुनाव में अहिवारा विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला रहा जहां कांग्रेस प्रत्याशी गुरु रुद्र कुमार को 88 हजार 735 वोट मिले तो वहीं भाजपा के प्रत्याशी सांवला राम डहारे को 57 हजार 048 वोट मिले. वही बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी शोभा राम बंजारे को 5488 वोट मिले थे. कांग्रेस प्रत्याशी गुरु रुद्र कुमार ने अपने निकटतम प्रत्याशी सांवला राम डहारे को 27 हजार 477 वोटो से मात दी थी. अहिवारा विधानसभा में वर्ष 2008 में भाजपा के डोमन लाल कोर्सेवाडा विधायक थे तो वहीं 2013 में भाजपा के सांवलाराम डहारे विधायक रहे है. तीसरी बार कांग्रेस से गुरु रुद्र कुमार विधायक बने है जो वर्तमान में पीएचई मंत्री भी है.
जानिए इस सीट में कितने मतदाता हैं, और क्या है जातिगत समीकरण
अहिवारा विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 15 हजार 105 मतदाता है. जिसमें 1 लाख 8 सौ 615 पुरुष मतदाता है तो वहीं 1 लाख 6 सौ 490 महिला मतदाता हैं. वही लगभग 45 फीसदी मतदाता अनुसूचित जाति वर्ग के होने के कारण यहां प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला अनुसूचित जाति के मतदाता ही करते हैं. इस विधानसभा में सतनामी समाज के मतदाताओं की संख्या अधिक है इसके अलावा साहू, कुर्मी, अन्य पिछड़ा वर्ग मतदाता भी हैं.
जानिए इस विधानसभा क्षेत्र की स्थानीय मुद्दा और समस्या
इस पाटन विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रदेश सरकार में पीएचई मंत्री होने के बावजूद इस क्षेत्र के लोगों को कई बार पानी की समस्या से भी जुझना पड़ता रहा है. वहीं इस क्षेत्र कई गांव की सड़कें खराब हैं. इस क्षेत्र में क्रेशर खदान में होने वाली ब्लास्टिंग लोग परेशान हैं. इसके साथ ही इस क्षेत्र में भारी मात्रा में मुरूम की अवैध खनन करने का कारोबार किया जाता है. जिससे स्थानीय लोगों को कई तरह की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. अवैध खनन करने के बाद उन बड़े-बड़े गड्ढों में डूब कर कई लोगों की मौत होने की भी सूचना कई आती रहती है.
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