Chhattisgarh Election: आम आदमी पार्टी का कांग्रेस पर तंज, ‘पांच साल मे भरोसा नहीं जीत पाए..’
Chhattisgarh Election 2023: आम आदमी पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी अमृतपाल सिंह छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के दौरे पर हैं. अपनी पार्टी की नींव मजबूत करने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर रहे हैं.
Ambikapur News: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर भले ही अभी टिकट बंटवारा न हुआ हो पर भाजपा की परिवर्तन यात्रा के बाद कांग्रेस की भरोसा यात्रा का दौर शुरु हो गया है. और इन दोनों दलों की यात्रा पर प्रदेश में अपना अस्तित्व तलाश रहे आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के नेता गारंटी का मास्टर स्ट्रोक खेल रहे हैं. और आप के नेता चुनाव के पहले यात्रा और साड़ी बांटने के मामले में अपने अंदाज में चुटकी लेते नजर आ रहे हैं.
मजबूत प्रत्याशी की खोज
आम आदमी पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी अमृतपाल सिंह छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के दौरे पर हैं. अपनी पार्टी की नींव मजबूत करने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के सिलसिले में अमृत पाल सिंह सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर पहुंचे. जानकारी के मुताबिक अपनी पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को वृहद रूप देने के साथ वो संभाग में मजबूत प्रत्याशी के चयन के लिए कार्यकर्ताओं के मन को टटोल रहें हैं.
कांग्रेस के लोग हाथ जोड़ रहे
छत्तीसगढ़ आम आदमी पार्टी के सह प्रभारी अमृत पाल सिंह ने सरगुजा प्रवास के दौरान मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की भरोसा यात्रा पर तंज कसा, और कहा कि ने कहा कि अगर पांच साल में लोगों का भरोसा नहीं जीत पाए. अब चुनाव को एक-दो महीने रह गए. तो यात्रा लोग कैसा भरोसा करेंगे. कांग्रेस को अरविंद केजरीवाल की तरह करना चाहिए कि अगर काम किए तो वोट दो, अगर नहीं किया तो वोट मत दो. इस स्लोगन के साथ उन्हें लोगों के बीच आना चाहिए था. इसको छोड़कर कांग्रेस लोगों के सामने हाथ जोड़े नजर आ रहे है, कि हम पर भरोसा कर लो, आने वाले समय में कुछ करेंगे. पांच साल में कुछ कर नहीं पाए. अब उन पर लोगों का भरोसा है नहीं. वे जीतने की कोशिश में हैं, लेकिन जीत नहीं पाएंगे.
इस बार मुद्दों की राजनीति
अमृत पाल सिंह ने आगे कहा कि महिलाओं को साड़ी दे रहे है. मैंने किसी से पूछा कि साड़ी की कीमत कितनी है. तो बोले की 100 रुपये की. तो पांच साल में 100 रुपए की एक साड़ी से महिलाएं थोड़ी वोट देंगी. अरविंद केजरीवाल की जो गारंटी है उसमे तो एक महीने का हजार रुपए देंगे. अगर साड़ी की बात करनी है तो एक पार्टी, एक साल में एक साड़ी देगी. हम महिलाओं को उनका सम्मान देंगे. उनको एक हजार रुपया देंगे. तो हमारे में एक महीने में एक महिला के लिए दस साड़ी आ जाएगी. और महीने में बहुत सी आ जाएंगी. ऐसे में पांच साल में पूरे चार-पांच सौ साड़ी आ जाएगी. महिलाएं अब पहले की तरह नहीं रहे. पढ़े लिखे एजुकेटेड हैं. उनको पता चल गया कि उनके अधिकार क्या हैं. अब वो साड़ियों के पीछे, दारू के पीछे नहीं जाएंगे. इस बार मुद्दों की राजनीति होगी.
ये भी पढ़ें: Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक, दो दिन में 86 खेतों की फसलों को किया तबाह, ग्रामीणों में दहशत