Chhattisgarh Election 2023: कांग्रेस की सरकार बनी तो क्या आप CM बनेंगे? टीएस सिंहदेव ने कह दी मन की बात
Chhattisgarh Elections 2023: डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि भौतिक रूप से काम करने का मौका मिलेगा तो मुझे खुशी होगी. मैं भी चाहूंगा कि जिस स्थान में काम करने का मौका मिले कर के देखूं.
Chhattisgarh Assembly Election 2023: आज से पांच साल पहले पंद्रह साल के वनवास के बाद कांग्रेस सत्ता में आई थी और सत्तासीन बीजेपी अंडर 20 आउट हो गई थी. जिसके बाद कांग्रेस में सीएम बनने को लेकर रस्साकशी का दौर शुरू हुआ था. और इस रेस में जय वीरू की जोड़ी में भूपेश बघेल के सिर सीएम का ताज चढ़ाया गया था. वहीं अब जब दोनों प्रमुख दल समेत आम लोगों को जहां चुनाव नतीजों का इंतज़ार है तो वहीं दूसरी ओर नतीजे आने से पहले कांग्रेस में सीएम पद के लेकर फिर आवाज़ उठने लगी है. और ये आवाज़ किसी और ने नहीं बल्कि पिछले पांच साल सीएम इन वेटिंग रहें टीएस सिंहदेव ने उठाई है.
'मतदाताओं के ऊपर छोड़ा सबकुछ'
डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा, "मेरी सोच, विचार ने बहुत फर्क नहीं पड़ता है. मेरे लिए काम ही काम मायने रखता है. काम का प्रकार बदल जाता है. कभी चुनाव प्रचार, कभी लोगों की मदद, कभी विभाग में काम, कभी खेलने की बात हो जाती है. जो करूं उसी में व्यस्त रहता हूं. उन्होंने कहा कि अभी समीक्षा चल रही है कहां कितने वोट गिरे, कितने वोट हो सकते है. प्रदेश की क्या स्थिति है. कहां कितने विधायकों की जितने की संभावना है. वही जोड़, घटाव चल रहा है. सरकार बनेगी, मैं टारगेट लगाना छोड़ दिया. पहले चुनाव के बाद से मैं कितने वोट से जीतूंगा ये सोचना ही बंद कर दिया. काम करो और साथियों के ऊपर छोड़ दो. मतदाताओं के उपर छोड़ दो, जो परिणाम आएगा उसको स्वीकार करो."
'सीएम बनने का आखिरी मौका'
डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने मीडिया के सवालों पर कहा, "ये तो तय है कि सीएम बनने का ये आखिरी मौका है. सीएम नहीं बनने की स्थिति में आगे चुनाव लड़ने का कोई औचित्य नहीं है, और ना ही मैं लड़ूंगा. जो काम मिलेगा, मतदाता जो जिम्मेदारी देंगे उसे निभाने की पूरी कोशिश करूंगा."
सिंहदेव ने आगे कहा, "मन की भावनाएं हैं, उसे मन में रखा है उससे बड़ी चीज क्या है. बाकी भौतिक रूप से काम करने का मौका मिलेगा तो मुझे खुशी होगी. मैं भी चाहूंगा कि जिस स्थान में काम करने का मौका मिले कर के देखूं. विधायक था तो विधायक के रूप में काम किया. नेता प्रतिपक्ष था तो वहां जो हो सकता था योगदान दिया. मंत्री के रुप में काम किया, जो भी कर सकता था. आगे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी अपनी क्षमता के अनुसार करूंगा."
ये भी पढ़ें