Raigarh News:  आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में हाथियों (Elephants) की मौजूदगी के आधार पर संवेदनशील मतदान केंद्रों (Polling Booth) का निर्धारण होगा. रायगढ़ (Raigarh) जिले के धरमजयगढ़ वनमंडल के तीन रेंज छाल, बोजिया और ऐडू वन परिक्षेत्र में 70 हाथियों का समूह विचरण कर रहा है. ऐसे में वन विभाग का पूरा ध्यान हाथियों के समूहों पर टिका हुआ है.


 शहरी क्षेत्रों के मतदान केंद्रों में शांतिपूर्ण मतदान के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की है लेकिन आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में कब अशांति का माहौल बन जाए, इसके बारे में नहीं कहा जा सकता. वन विभाग के अधिकारी ने बीहड़ जंगलों में बसे हाथी प्रभावित क्षेत्र के उन गांव और मतदान केंद्रों में खास कर थर्मल ड्रोन से एक्टीविटी पर नजर रखेंगे. जिसमें हाथियों का समूह क्या कर रहा है. 


हाथी मित्र दल किए गए हैं तैनात
 वन विभाग के अधिकारियों ने हर मतदान केंद्रो के 30 मीटर की दूरी पर हाथी मित्र दल से लेकर हाथी ट्रेकर और विभागीय स्टाफ की ड्यूटी निर्धारित कर दी है, इसके बाद भी जिस रेंज में हाथियों की सबसे ज्यादा संख्या होगी. उस हाथी के समूह पर नजर टिकाए रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि हाथियों का समूह ग्रामीण क्षेत्रों की ओर आए तो पहले से उन्हें रोकने या खदेड़ने की व्यवस्था की जा सके. 


ये हैं संवेदनशील मतदान केंद्र
छाल रेंज के 513 पीएफ में 22 हाथियों का समूह मौजूद है. जहां छाल में दो संवेदनशील मतदान केंद्र है. इसके अलावा बोजिया नवापारा में 2 मतदान केंद्र है. यहां के 514 आरएफ में 35 हाथियों का समूह विचरण कर रहे हैं. धरमजयगढ़ वन मंडल में 77 हाथियों का दल विचरण कर रहे हैं. जिसके खौफ के साए में विधानसभा चुनाव का महायज्ञ संपन्न होगा. इसमें खास कर पूरा छाल रेंज, धरमजयगढ़ और कापू हाथी प्रभावित क्षेत्रों में आते हैं.


थर्मल ड्रोन से यहां रखी जाएगी नजर
उधर, धरमजयगढ़ एसडीओ बालगोविंद साहू ने बताया कि हाथी प्रभावित मतदान केंद्रों में किसी प्रकार की अशांति न हो इसके लिए थर्मल ड्रोन से हाथियों की एक्टिविटी पर नजर रखी जाएगी. इसके अलावा हर मतदान केंद्रों के 30 मीटर की रेंज में हाथी मित्र दल, हाथी ट्रेकर और विभागीय कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी.


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