Chhattisgarh: बलरामपुर में नहीं थम रहा हाथियों का आतंक, बुजुर्ग को कुचलकर उतारा मौत के घाट
Chhattisgarh Elephant Terror: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में हाथियों का आतंक बढ़ गया है. पिछले चार महीने में हाथियों ने तीन ग्रामीणों को कुचल कर मार डाला है. जिससे लोगों में दहशत का माहौल है.
Balrampur News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज में पिछले 4 महीनों से जंगली हाथियों का आतंक बढ़ गया है. रविवार (12 नवंबर) की सुबह एक हाथी ने जंगल की ओर गए बुज़ुर्ग व्यक्ति की कुचलकर हत्या कर दी. जिसके चलते दिवाली पर्व की खुशी बुजुर्ग व्यक्ति के घर मातम में बदल गयी. बताया जा रहा है कि रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज के अंतर्गत ग्राम पंचायत चाकी के रहने वाले बिफन भुइयां सुबह करीब 5 बजे शौच के लिए जंगल की ओर निकले थे.
इसी दौरान एक दंतैल हाथी ने ग्रामीण पर हमला कर दिया. दरअसल ठंड की वजह से बलरामपुर के फॉरेस्ट रेंज में भी पूरी तरह से कोहरा छाया हुआ है. ऐसे में बताया जा रहा है कि बुजुर्ग व्यक्ति को पता नहीं चला और अचानक उसके पास हाथी आ पहुंचा और हाथी ने बुजुर्ग को कुचलकर मार डाला. काफी देर तक बुजुर्ग व्यक्ति के घर वापस नहीं आने पर उसे ढूंढने गए परिवार वालों और गांव वालों ने शव को जंगल में देखा. ग्रामीणों ने बताया कि रामानुजगंज परिक्षेत्र में हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बीते 4 महीने में तीन ग्रामीणों को हाथी ने कुचलकर मार डाला है.
शौच करने गए बुजुर्ग को हाथी ने कुचला
रामानुजगंज पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक घटना दिवाली के दिन रविवार (12 नवंबर) सुबह की है, जहां हाथी के हमले से एक ग्रामीण की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज में लगातार हाथियों के हमले से ग्रामीणों की मौत होने के साथ फसल को भी काफी नुकसान हो रहा है. वहीं इस घटना के बाद गांव में भी दहशत का माहौल बना हुआ है. मृतक बिफन भुइयां के बेटे हरिचरण ने बताया कि मेरे पिता रविवार सुबह 5 बजे शौच के लिए बाहर निकले थे. घना कोहरा होने की वजह से वह हाथी को नहीं देख पाए और हाथी ने पैरों से कुचल दिया. काफी देर तक घर नहीं लौटने के बाद हम लोग जंगल की ओर गए. जहां उनका शव मिला. वहीं फॉरेस्ट के दरोगा पन्ना सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी लगने के तुरंत बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचीऔर इसकी सूचना पुलिस को दी. इधर पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम करने के बाद शव को उनके परिजनों को सौंप दिया है.
हाथियों का आतंक बरकरार
इधर हाथी के हमले से बुजुर्ग व्यक्ति की मौत के बाद गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है. इस क्षेत्र में बीते चार महीने में तीन ग्रामीणों ने अपनी जान गवा दी है. इससे पहले रामपुर के जंगल में मवेशियों को चराने गए चरवाहे को हाथियों ने कुचलकर मार डाला था. इसके अलावा हाथियों ने गांव के एक मिट्टी के घर के दीवार को गिरा दिया था. जिससे मलबे के नीचे दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. इसके अलावा धनतेरस के दिन ही मरवाही के उषाड़ बीट के गांव में हाथी ने किसान दंपति पर हमला कर दिया था. दोनों पति-पत्नी धान की कटाई के बाद खलिहान में अपने फसल की देखरेख करने के लिए तंबू लगाकर रह रहे थे. इसी दौरान रात को हाथी खलिहान में घुसा और उन पर हमला कर दिया. हाथी के हमले से किसान की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं पत्नी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. इधर चार महीने से लगातार जंगली हाथियों के आतंक के बावजूद भी इन हाथियों को खदेड़ने में वन विभाग की टीम नाकाम साबित हो रही है. अब तक 4 महीनो में तीन ग्रामीणों की मौत होने से इन इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है.
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