Chhattisgarh: सरगुजा और रायगढ़ जिले में हाथियों ने उड़ाई नींद! फसलों को कुचलकर किया तबाह
Chhattisgarh News: देर रात जैसे ही हाथियों ने शोर मचाया, आवाज सुनकर ग्रामीण अपने-अपने घर को छोड़कर सुरक्षित जगह पर चले गए. हाथियों ने खेत में लगे फसलों को अपना निवाला बना लिया.
Surguja Elephant Terror: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में हाथियों के उत्पात की वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. पिछले दो महीने से रायगढ़ सरहद पर विचरण कर रहे जंगली हाथियों ने खरीफ सीजन में ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है. बीती रात हाथियों के दल ने मैनपाट वनपरिक्षेत्र के ग्राम पतरापारा क्षेत्र में विचरण करते हुए धान की फसल को नुकसान पहुंचाया. बताया जा रहा है कि देर रात हाथियों का दल जैसे ही बस्ती के समीप पहुंचा और चिंघाड़ लगाई तो आवाज सुनकर ग्रामीण सुरक्षित ठिकाने के लिए घर छोड़ चले गए.
इधर वन विभाग की टीम के द्वारा हाथियों की निगरानी करते हुए गांव में मुनादी कराया गया था. हाथियों का दल इस गांव में रातभर विचरण करता रहा. हाथियों के चलने से उनके पैर के नीचे दबकर धान के बड़े रकबे को क्षति पहुंची. हाथी फसलों को भी उखाड़कर निवाला बनाते रहे और तड़के गांव से लगे जंगल की ओर चले गए. हाथियों के जाने के बाद आज सुबह ग्रामीण पहुंचे तो खेत का नजारा देख चिंतित हो गए. ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों के द्वारा धान फसल के अलावा अन्य फसलों को भी क्षति पहुंचाई गई है.
Chhattisgarh Elections: अमित शाह के दौरे पर टीएस सिंह देव बोले- 'बीजेपी को हर कोशिश करनी...'
जंगल में डटे रहे हाथी
बताया जा रहा है कि ग्राम पतरापारा में उत्पात मचाने के बाद जंगली हाथियों का दल समीप के जंगल की ओर चला गया. मैनपाट वनपरिक्षेत्र के रेंजर फेंकू प्रसाद चौबे के नेतृत्व में वन विभाग का अमला सक्रिय है. और हाथियों की निगरानी करते हुए जिस ओर हाथी विचरण कर रहे है. उस ओर से लगे बस्तियों में जाकर ग्रामीणों को सतर्क भी कर रहे है. वन विभाग की सक्रियता के चलते मैनपाट क्षेत्र में काफी हद तक जनहानि पर रोकथाम में कामयाबी मिली है.
रायगढ़ में किसान के खेत में उत्पात
सरगुजा के अलावा रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों के उत्पात से किसानों को मुक्ति नहीं मिल पा रही है. इसी कड़ी में आज फिर दो हाथियों के दल ने ग्राम पंचायत ओंगना के दो किसानों के खेतों को रौंद कर भारी नुकसान पहुंचाया है. खास बात यह है कि वन मंडल में इन दिनों 84 हाथी अलग-अलग दलों में विचरण कर रहे है. इसमें 41 हाथियों का एक बड़ा समूह है, जो अबतक वन मंडल में डेरा जमाए हुए है. गौरतलब है कि धरमजयगढ़वन परिक्षेत्र के ओंगना बीट में पिछले तीन दिनों से दल से बिछड़े दो हाथी डेरा जमाए बैठे है. ग्राम ओंगना में धान की फसल को रौंदकर खराब कर देने की जानकारी वन विभाग को लगने पर मौका मुआयना कर आंकलन किया जा रहा है.
ओडिशा की ओर जाने की तैयारी में 14 हाथी
कापू वनपरिक्षेत्र के अलोला बीट में 14 हाथियों का एक दूसरा बड़ा दल विचरण कर रहे है, जो ओडिशा के जंगलों की ओर जाने की कवायद में हैं. बताया जा रहा है कि कापू बीट में हाथियों के लिए हाथी परियोजना के तहत तालाब बनवाए गए है. इसके कारण अब हाथियों का दल वहां कई दिनों तक जमे रहते है.