Chhattisgarh news: भगवान राम (Lord Ram) के ननिहाल यानी छत्तीसगढ़ में बॉलीवुड(Bollywood) की फिल्म आदिपुरुष (Adipurush) का जबरदस्त विरोध हो रहा है. बजरंग दल (Bajrang dal) ने फिल्म निर्माता का पुतला दहन कर फिल्म को बैन(Film ban) करने की मांग की है. अलग-अलग धार्मिक संगठन फिल्म की जमकर आलोचना कर रहे है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह(Dr Raman Singh) का भी बयान सामने आया है. उन्होंने भी फिल्म की कड़ी आलोचना की है.
डॉ रमन सिंह(Dr Raman Singh) ने मीडिया से बातचीत के दौरान फिल्म बैन करने की मांग पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने फिल्म देख लिया और ऐसा लगता है तो निर्णय लेना चाहिए. इसके अलावा रमन सिंह ने कहा कि श्रीरामचन्द्र जी भारत के रोम-रोम में बसे हुए हैं, युग-युगांतर से राम जी की छवि पूरे देश में मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में हमारे मन में बसी हुई है. यही कारण है कि आज जब एक फ़िल्म श्रीराम (Shri Ram) और रामायण(Ramayan) के चरित्र को तोड़-मरोड़ रही है तब पूरा देश इस नकारात्मकता के विरुद्ध खड़ा है.
भगवान पर फिल्म बिना बातचीत नहीं बननी चाहिए- नंदकुमार साय
इसके साथ बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए राज्य के बड़े आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने भी आदिपुरुष फिल्म का विरोध किया है. साय ने केंद्र सरकारमांग करते हुए कहा कि कोई भी राह चलता हुआ व्यक्ति हमारे भगवान पर मूवी बना रहा है. इसकी अनुमति बिना किसी बातचीत के नहीं होनी चाहिए. इसकी व्यवस्था केंद्र सरकार को करनी चाहिए. फिल्म में भाषा बहुत घटिया है. इस फिल्म को बैन करना चाहिए. इस फिल्म को कहीं भी दिखाने को अनुमति नहीं होनी चाहिए.
NSUI ने सिनेमाघर में हनुमान चालीसा का पाठ किया
उधर, आज दोपहर रायपुर में बजरंग दल ने फिल्म निर्माताओं का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की है. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ में फिल्म बैन करने की मांग की है. इसके अलावा कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई भी फिल्म के विरोध में उतर आई है. एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने रायपुर के सिनेमाघर में हनुमान चालीसा पढ़ कर फिल्म को बैन करने की मांग की.
CM भूपेश बघेल ने कहा, हमारे भांचा राम का अपमान बर्दाश्त नहीं
सीएम भूपेश बघेल ने भी आदिपुरुष फिल्म पर कड़ी अपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा कि बजरंग बली के मुंह से बजरंग दल के शब्द बुलवाए जा रहे हैं. हनुमान जी को एंग्री बर्ड रूप में दिखाया जा रहा है. ये अमर्यादित है. इससे अत्यधिक पीड़ा हो रही है कि आख़िर कैसे सेंसर बोर्ड ने एक ऐसी फ़िल्म को सर्टिफिकेट दे दिया जो हमारी आस्था से खिलवाड़ कर रही है, हमारे आराध्य का मजाक उड़ा रही है. केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा. हमारे भांचा राम का अपमान हम नहीं सहेंगे. ज़िम्मेदार लोग माफी मांगें.