Dantewada:  छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बीजेपी के केंद्रीय मंत्रियों के बस्तर दौरे को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने  बीजेपी के केंद्रीय मंत्रियों को बरसाती मेंढक बताया है. उन्होंने बयान देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव अब नजदीक हैं, इसलिए बीजेपी के बड़े नेता और केंद्रीय मंत्री बरसाती मेंढक की तरह बाहर निकल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि  इन दिनों सभी केंद्रीय मंत्री बार-बार छत्तीसगढ़ के बस्तर आ रहे हैं और  कभी सुकमा तो कभी दंतेवाड़ा तो कभी नारायणपुर में आकर टर्र-टर्र कर रहे हैं.  उन्होंने कहा कि भारत सरकार के मंत्री बस्तर आएं उनका स्वागत है, लेकिन बस्तर की जनता को कुछ देकर जाएं.. 8 साल के मोदी सरकार ने बस्तर को विकास के नाम पर एक रुपये तक नहीं दिया है.


केंद्र सरकार से नहीं मिल रही राशि 
आबकारी मंत्री कवासी लखमा दंतेवाड़ा समेत बस्तर के 4 जिलों के प्रभारी मंत्री हैं और बीते कुछ दिनों से बस्तर संभाग के इन सभी जिलों का दौरा कर रहे हैं.  दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान कवासी लखमा ने स्थानीय मीडिया से बातचीत के दौरान एक तरफ जहां केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा तो वहीं छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार की जमकर तारीफ की. कवासी लखमा ने कहा कि जब केंद्र में UPA की सरकार थी और प्रदेश में बीजेपी की सरकार तब हर जिले के विकास के लिए 30-30 करोड़ रुपए दिए जाते थे,  लेकिन अब मोदी सरकार में एक रुपए भी नहीं मिलता.


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर शाधा निशाना
 वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण पर भी निशाना साधते हुए  उन्होंने कहा कि निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कहा था कि कोरोना के नाम पर 20 लाख करोड़ रुपए रिलीज किए जाएंगे,  लेकिन इन पैसों में से छत्तीसगढ़ को 20 रुपए और दंतेवाड़ा जिले को 20 पैसे भी नहीं मिले. उन्होंने कहा कि पूरे देश में केवल  दो राज्यों छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पुरानी पेंशन बहाल योजना को लागू किया गया है. यही नहीं छत्तीसगढ़ के हर जिलों में विकास कार्य होने के साथ ग्रामीण अंचलों में भी 10- 10 लाख रुपये के देवगुड़ी बनाए जा रहे हैं..


केंद्रीय मंत्रियों का लगा है बस्तर दौरा 
दरअसल बीते कुछ दिनों से भारत सरकार के मंत्री लगातार  बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं और यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं. इनके दौरे को देखते हुए मंत्री कवासी लखमा ने इन पर निशाना साधा है.


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