Chhattisgarh Farmers Protest: छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में बीते एक महीने से किसानों का आंदोलन जारी है. गुरुवार को किसानों का एक बड़ा जत्था राहुल गांधी से मिलने एयरपोर्ट के लिए निकल पड़ा. हजारों की संख्या में किसानों को देख पुलिस ने रोकने की कोशिश की और प्रशासन की समझाइश के बाद किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात कर समस्या सुनाई. 3 फरवरी को रायपुर दौरे पर आए राहुल गांधी से मिलने किसान बड़ी संख्या में एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए. किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेड की थी. किसान बैरिकेड को तोड़ते हुए धरनास्थल से आगे बढ़े. आंदोलन को 27 गांव के किसानों का समर्थन प्राप्त है.
राहुल गांधी से किसानों को नहीं मिलने दिया
किसान आंदोलन के प्रमुख रूपन चंद्राकर ने दावा किया कि रैली में हजारों किसान शामिल थे. हम राहुल गांधी से मिलना चाहते थे. लेकिन पुलिस ने रोक दिया. उन्होंने बताया कि किसानों से बाचतीत करने जिला कलेक्टर भी आए थे. उन्होंने सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात करवाई है. सीएम बघेल ने एयरपोर्ट पर ही 11 किसानों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की. मुख्यमंत्री को किसानों की सारी समस्याओं से अवगत करा दिया गया है. किसान नेता ने कहा कि सीएम के आश्वासन से हम संतुष्ट नहीं हैं. किसानों का आन्दोलन आगे भी चलता रहेगा. अगर 7 दिन के भीतर कोई फैसला नहीं होता है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
किसानों की रैली में युवाओं पर लाठीचार्ज
किसान तेजराम साहू ने बताया कि किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल राहुल गांधी से मुलाकात कर समस्या बताना चाहता था. इसके लिए जिला कलेक्टर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को पत्र लिखा गया था. लेकिन राहुल गांधी से मुलाकात करनेवाने के बजाए किसानों को जगह जगह बैरिकेड लगाकर रोका गया. एनआरडीए बिल्डिंग से आगे निकलने पर कायाबंद चौक में बैरिकेडिंग की गई थी. किसान बैरिकेड को तोड़ते हुए आगे बढ़े. इसके बाद एयरपोर्ट की बाउंड्री से लगे बरोदा गांव में एक और बैरिकेड लगाया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि रैली में आगे युवाओं पर लाठी चार्ज किया गया. पुलिस के लाठीचार्ज की घटना में कई किसान घायल हो गए.
सीएम भूपेश बघेल ने सुनी किसानों की मांग
किसान आंदोलन के प्रतिनिधिमंडल से रायपुर एयरपोर्ट में सीएम भूपेश बघेल ने बातचीत की. इसके बाद सीएम भूपेश बघेल ने एयरपोर्ट पर ही मीडिया को बताया कि तीन मंत्रियों की बनी कमिटी आंदोलनकारी किसानों से वार्ता कर रहे है. कमेटी में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया, वन मंत्री मोहम्मद अकबर शामिल हैं. सीएम ने कहा कि किसानों की रखी गई मांगों का परीक्षण करने के बाद निर्णय लिया जाएगा.