Chhattisgarh: नक्सलियों का खौफ! रात के वक्त कोंटा से भद्राचलम तक नेशनल हाईवे बंद, तीन राज्यों की पुलिस कर रही निगरानी
National Highway Closed: छत्तीसगढ़ को दक्षिण भारत से जोड़ने वाली नेशनल हाईवे में सुरक्षा के लिहाज से तेलंगाना आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ की पुलिस ने अगले 10 दिनों तक आवाजाही पर रोक लगा दिया है.
Sukma News: छत्तीसगढ़ को दक्षिण भारत से जोड़ने वाली नेशनल हाईवे-30 पर रात के वक्त परिचालन पर तीन राज्यों की पुलिस ने रोक लगा दी है. रात 10 बजे के बाद सुबह 6 तक इस नेशनल हाईवे में छत्तीसगढ़ के कोंटा से तेलगांना के भद्राचलम तक आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है. ऐसा सुरक्षा के लिहाज से किया गया है. दरअसल कुछ दिन पहले ही तेलंगाना राज्य के हैदराबाद पुलिस ने एक एक करोड़ के इनामी नक्सली संजय दीपक राव को गिरफ्तार किया था. इस बड़े नक्सली लीडर की गिरफ्तारी के बाद लगातार छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के सीमावर्ती इलाकों में नक्सली अपनी मौजूदगी दिखाते हुए इस गिरफ्तारी के विरोध में बैनर पोस्टर लगा रहे हैं और दहशत फैला रहे हैं. ऐसे में रात के वक्त इस नेशनल हाईवे से गुजरने वाले वाहनों और आम लोगों को नक्सली किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा पाए इसके लिए एहतियात के तौर पर अगले 10 दिनों तक इस मार्ग में रात के वक्त राहगीरों के आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है. बकायदा इसके लिए सुकमा पुलिस ने नेशनल हाईवे पर चेक पोस्ट नाका भी लगाया है, जहां बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिस बल के साथ सीआरपीएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है. हालांकि इस बंद से एंबुलेंस सेवा को दूर रखा गया है. वही सुबह 6 के बाद इस मार्ग पर आवाजाही बहाल कर दिया जा रहा है. इधर इस बंद के चलते छत्तीसगढ़ से दक्षिण भारत की ओर जाने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं इस फैसले के बाद रात के वक्त चलने वाली यात्री बसों के परिचालन भी प्रभावित हुए हैं.
तीन राज्यों की पुलिस बरत रही सावधानी
दरअसल, नक्सलियों के केंद्रीय कमेटी का सदस्य संजय दीपक राव को तेलंगाना पुलिस ने कुछ दिन पहले ही हैदराबाद से गिरफ्तार किया है और गिरफ्तारी के बाद नक्सली संगठन किसी तरह का विरोध प्रदर्शन न कर सके इसलिए एहतियात के तौर पर तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की पुलिस ने संयुक्त रूप से छत्तीसगढ़ के कोंटा से भद्राचलम मार्ग को बंद करने का फैसला लिया है. रात 10 बजे के बाद चित्तूर से भद्राचलम तक उक्त मार्ग पर अगले 10 दिनों तक परिचालन बंद कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि हार्डकोर नक्सली की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सली बड़ी संख्या में बैनर पोस्टर भी लगाए थे और अपनी मौजूदगी भी दर्ज कराई थी, जिसके चलते आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ पुलिस पूरी तरह से सतर्कता बरतते हुए अगले 10 दिनों के लिए इस मार्ग को बंद करने का फैसला ली है. सुकमा एसपी किरण चव्हाण का कहना है कि उन्हें तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की पुलिस से जानकारी मिली कि नेशनल हाईवे- 30 में अगले 10 दिनों तक रात के वक्त एंबुलेंस को छोड़ बाकी सभी तरह के वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी, यहां तक की यात्री बस और कमर्शियल वाहनों की भी आवाजाही प्रभावित होगी. हालांकि सुबह 6 के बाद इस मार्ग को बहाल कर दिया जाएगा, लेकिन रात के वक्त पूरी तरह से सतर्कता बरतते हुए इस मार्ग में आवाजाही बंद करने की जानकारी दी गई. जिसके बाद कोंटा इलाके में सीआरपीएफ और जिला पुलिस बल को भी नेशनल हाइवे में तैनात किया गया है. बकायदा इस बल के द्वारा दिन में भी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से आने वाले वाहनों की जांच की जा रही है. वहीं आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सुकमा पुलिस पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है.
नेशनल हाईवे में वाहनों को पहुंचा चुके हैं नुकसान
दरअसल हमेशा से ही नक्सली इस राष्ट्रीय राजमार्ग-30 में बड़ी घटना को अंजाम देते आ रहे हैं, इसी मार्ग में नक्सलियों ने झीरम घाटी हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. साथ ही कई बार इसी मार्ग में यात्री बसों के साथ-साथ प्राइवेट वाहनों और सरकारी वाहनों में भी नक्सलियों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया है. ऐसे में इस बड़े नक्सली लीडर की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर नक्सली इस सड़क मार्ग में किसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. ऐसी जानकारी मिलने के बाद तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ की पुलिस पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है ताकि नक्सली अपने नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए. फिलहाल अगले 10 दिनों तक इस नेशनल हाईवे में रात के वक्त आवागमन प्रभावित रहेगा.
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