Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के 4 जिलों में इन दिनों बस्तर का हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता की खरीदी हो रही है और इसके लिए अस्थाई तौर पर कई जगहों पर तेंदुपत्ता फड़ बनाया गया है. दंतेवाड़ा जिले के गीदम ब्लॉक के रोंजेगांव में भी अस्थाई फड़ बनाया गया है, यहां तेंदूपत्ता से भरे सैकड़ों बोरे अलग-अलग लॉट में रखे हुए थे. इन लॉट के पास ही खड़े ट्रक में शनिवार की रात ड्राइवर सो रहा था, इसी बीच आधी रात को ट्रक में लोड तेंदूपत्ता में अचानक आग लग गई, आग ने पूरे ट्रक को अपनी चपेट में ले लिया जिसके बाद ट्रक ड्राइवर अपनी सूझबूझ से जलते ट्रक को फड़ वाले इलाके से करीब 1 किलोमीटर तक चलाकर ले गया और फिर कूदकर अपनी जान बचाई.
लाखों रुपए का तेंदूपत्ता जलकर खाक
इस घटना में ट्रक में लोड तेंदूपत्ता और पूरा ट्रक आग में जलकर खाक हो गया. इस दौरान फड़ में रखे कुछ तेंदूपत्ता बोरियों में भी आग लग गयी, इस दौरान फड़ में कुछ मजदूर भी सोए हुए थे लेकिन ड्राइवर की सूझबूझ से फड़ में चारों तरफ फैले सैकड़ों तेंदूपत्ता बोरी में आग लगने से बच गया. साथ ही वहां सो रहे मजदूरों की भी जान बच गई. हालांकि फड़ और ट्रक में आग कैसे लगी इसके कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है. इसे नक्सली घटना से भी जोड़कर देखा जा रहा है. फिलहाल पुलिस घटना के बाद से मामले की जांच में जुट गई है. वहीं तेंदूपत्ता जलने से ठेकेदार को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है, हालांकि ड्राइवर की सूझबूझ से करोड़ों रुपए का नुकसान होने से बच गया.
नक्सली वारदात होने की आशंका
गीदम पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक दंतेवाड़ा जिले के गीदम ब्लॉक के तुमनार समिति के द्वारा रोंजे गांव में अस्थाई फड़ बनाकर यहां तेंदूपत्ता रखा जा रहा है, शनिवार की आधी रात अचानक फड़ में और फड़ के पास खड़े एक ट्रक में आग लग गई. ट्रक में करीब 400 बोरी तेंदूपत्ता लोड थी जो पूरी तरह से जलकर खाक हो गई. हालांकि फड़ में रखे कितने बोरी जले हैं अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. यह आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी या इसके पीछे नक्सली का हाथ है, पुलिस हर पहलू से मामले की जांच में जुट गई है.
ठेकेदार बोला- नक्सलियों ने की थी लाखों रुपए की डिमांड
ठेकेदार ने बताया कि नक्सलियों ने कुछ दिन पहले उससे लाखों रुपए की डिमांड की थी. मना करने पर नक्सलियों ने उसे धमकी दी थी. ऐसे में नक्सलियों द्वारा भी इस घटना को अंजाम देने का अनुमान लगाया जा रहा है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. वहीं ड्राइवर ने बताया कि घटना के वक्त वह ट्रक में ही सो रहा था, इसी बीच ट्रक के पीछे तेंदूपत्ता के बोरियों में लगे आग को देखते हुए वह तुरंत जलते ट्रक को चलाकर फड़ से करीब 1 किलोमीटर दूर सुनसान जगह पर ट्रक को ले गया और वहां से कूदकर अपनी जान बचाई.
इस दौरान ट्रक आगे जाकर सड़क किनारे खेत में पलट गया. ड्राइवर ने कहा कि फड़ में बहुत सारे तेंदूपत्ता के बोरे रखे हुए थे और यह बोरी आग की लपेट में ना आ जाए इसलिए उसने जलते ट्रक को चलाकर फड़ से दूर ले जाना ही उचित समझा.
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