Durg News: दुर्ग में धान खरीदी केंद्र के गोदाम में आग लगने से हड़कंप, हजारों बारदाने जलकर खाक
Chhattisgarh News: दुर्ग जिले के एक धान खरीदी केंद्र में भीषण आग लग गई, जिससे अफरातफरी मच गई. जिसमें 25 हजार से अधिक बारदाने जलकर खाक हो गए.
Durg News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में 1 नवंबर से 25 सौ रुपये समर्थन मूल्य पर धान खरीदी (Paddy Purchase) की शुरुआत हो चुकी है. धान बेचने में किसानों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए मुख्यमंत्री ने कड़े निर्देश दिए हैं. साथ ही धान खरीदी से जुड़ी सभी तैयारियों को पूरा करने व खरीदे गए धान के रखरखाव के लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए है, लेकिन छत्तीसगढ़ के दुर्ग में धान खरीदी को लेकर प्रशासनिक व्यवस्थाओं की पोल खुल गई. दरअसल पाटन के धान खरीदी केंद्र (Patan's Paddy Purchase Center) के बारदाना गोदाम (Bardana Godown) में भीषण आग लग गई जिससे लगभग हजारों बारदाने जलकर खाक हो गए हैं.
हजारों बारदाने जलकर खाक
दरअसल छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के एक धान खरीदी केंद्र में उस वक्त अफरातफरी मच गई. जब एक धान खरीदी केंद्र में भीषण आग लग गई, जिसमें 25 हजार से अधिक बारदाने जलकर खाक हो गए. यह घटना पाटन क्षेत्र की है. आग लगने की सूचना खरीदी केंद्र के चौकीदार ने ग्रामीणों और समिति प्रबंधक को दी. तब जाकर आग पर काबू पाया गया. हर साल बारदाने के संकट को देखते हुए इस बार खरीदी केंद्रों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था की गई है लेकिन अग्नि सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने से इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं.
दमकल कर्मियों ने आग पर पाया काबू
बताया जा रहा है कि पाटन क्षेत्र के धान खरीदी केंद्र के गोदाम में अलसुबह सेवा सहकारी समिति सोरम के गोदाम में आग लगी है. चौकीदार ने आग लगने की सूचना समिति प्रबंधक और अध्यक्ष सन्तोष वर्मा को दी, जिनके द्वारा दमकल और पुलिस को इसकी सूचना दी गई. ग्रामीणों ने दमकल के आने से पहले की पानी से आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन बारदाने की वजह से लोग अंदर तक नहीं पहुंच सक. जिसके बाद मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया.
प्रशासनिक व्यवस्थाओं की खुली पोल
दरअसल सरकार ने खरीदे गए धान के रखरखाव के लिए इस साल अधिक से अधिक बारदाना उपलब्ध कराया है. ताकि किसानों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना हो लेकिन पिछले कुछ सालों में यह देखा गया है कि अधितकर धान खरीदी केंद्र में आगजनी से बचने के लिए कोई भी व्यापक इंतजाम नहीं किया जाता है. समिति केंद्र में ना तो अग्नि सुरक्षा यंत्र की व्यवस्था होती है और न ही रेत रखा जाता है. यही वजह से जब आग लगती है तो उस पर समय पर काबू हो पाता है. आगजनी को रोकने के लिए समुचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से छोटी से आग बड़ी आगजनी में तब्दील हो जाती है और बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता है.
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