Chhattisgarh: संजीव त्रिपाठी की हत्या पर सियासत तेज, छत्तीसगढ़ में दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा
Sanju Tripathi: बीजेपी ने संजीव त्रिपाठी को कांग्रेसी बताकर छत्तीसगढ़ में अपराध को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरा है. अज्ञात बदमाशों ने बुधवार को संजीव त्रिपाठी की गोली मार कर हत्या कर दी थी.
Sanju Tripathi Murder: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कथित कांग्रेसी की बदमाशों ने गोलीमार कर हत्या कर दी है. इसे गैंगवार बताया जा रहा है. अब तक अज्ञात आरोपियों को पुलिस पकड़ नहीं पाई है. खूनी खेल ने अब राजनितिक रंग ले लिया है. इस मामले में कांग्रेस और बीजेपी सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी संजीव त्रिपाठी को कांग्रेसी बता रहे हैं और कांग्रेस इसे खारिज कर रही है.
संजीव त्रिपाठी की हत्या पर सियासत गरमाई
दरअसल बुधवार को बिलासपुर के सकरी थाना क्षेत्र में संजीव त्रिपाठी अपनी कार से बाईपास रोड से गुजर रहा था. इतने में कुछ अज्ञात लोग मुंह में नकाब लगाए पहुंचे पहले कार को फिल्मी स्टाइल में रोका गया. गाड़ी रुकी इसके बाद अज्ञात बदमाशों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी. इससे संजीव त्रिपाठी के सिर में गोली लगी और मौके पर ही संजीव की मौत हो गई. इसके बाद मौके पर बिलासपुर पुलिस पहुंची और आरोपियों की तलाश में जुट गई. लेकिन संजीव के कार में लिखे पूर्व महामंत्री की वजह से राजनीतिक जंग छिड़ गई है.
बीजेपी ने कहा पूरे प्रदेश में भय,आतंक का माहौल
बीजेपी ने संजीव त्रिपाठी को कांग्रेसी बताकर राज्य में अपराधियों के बुलंद हौसले पर कांग्रेस सरकार को घेरा है. नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने इस हमले पर कहा कि कांग्रेस के नेता संजीव त्रिपाठी की जघन्य हत्या गोली मारकर की गई है. ये इस बात का संकेत है. पूरे छत्तीसगढ़ में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं. एक तरफ कांग्रेस को सरकार गौरव दिवस मनाने में व्यस्त है. दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में गैंगवार चल रहा है. अपराधी नए नए अपराधों को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस और प्रशासन की पकड़ से बाहर है. पूरे प्रदेश की जनता में भय,आतंक और आक्रोश का वातावरण है. हमारी मांग है छत्तीसगढ़ की सरकार से अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.
कांग्रेस का पदाधिकारी नहीं था संजीव त्रिपाठी
बीजेपी के आरोप पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने बताया कि संजीव त्रिपाठी कांग्रेस का पदाधिकारी नहीं था. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी इस आपराधिक घटना पर राजनीति मत करें. मृतक कांग्रेस का पदाधिकारी नहीं था. सरकार ने पुलिस को अपराधियों की जल्दी गिरफ्तारी करने और इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने के निर्देश दिये हैं. शुक्ला ने आगे कहा कि जब राज्य में भाजपा की सरकार थी तब की अपेक्षा राज्य में अपराधों में कमी आई है.
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