छत्तीसगढ़ के इस वाटरफॉल की खूबसूरती में लगेगा चार चांद, बस्तर में जल्द बनेगा प्रदेश का पहला ग्लास ब्रिज
Bastar News: सीसीएफ राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में मौजूद तीरथगढ़ वाटरफॉल के नजदीक वन विभाग के द्वारा ग्लास ब्रिज बनाये जाने की योजना तैयार की गई है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण बस्तर (Bastar) के कांगेर वैली नेशनल पार्क में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक नया आयाम जुड़ने जा रहा है. वन विभाग द्वारा बस्तर की जान कहे जाने वाले तीरथगढ़ जलप्रपात के नजदीक ग्लास ब्रिज बनाने की योजना तैयार कर ली है. यह ब्रिज तीरथगढ़ जलप्रपात के बिल्कुल सामने होगा और इस ब्रिज के माध्यम से खूबसूरत तीरथगढ़ वाटरफॉल को पर्यटक नजदीक से देख पाएंगे.
वाइल्ड लाइफ सीसीएफ राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में मौजूद तीरथगढ़ वाटरफॉल चित्रकोट वाटरफॉल के बाद सबसे बड़ा वाटरफॉल है. इस वाटरफॉल के नजदीक वन विभाग के द्वारा ग्लास ब्रिज बनाये जाने की योजना तैयार की गई है. जिस टीम ने बिहार के राजगीर में ग्लास ब्रिज बनाया है, वही टीम बस्तर में ग्लास ब्रिज बनाने के लिए तीरथगढ़ जलप्रपात के आसपास सर्वे का काम करेगी.
राजगीर में वाटरफॉल बनाने वाली कंपनी करेगी काम
सर्वे के काम में कितनी ऊंचाई और कितनी लंबाई का ब्रिज बनेगा इस पर रिसर्च होगा और उसके बाद डिजाइन तैयार कर ग्लास ब्रिज बनेगा. हालांकि, इसकी लागत अभी तय नहीं की गई है. सर्वे के बाद ही यह तय हो पाएगा कि इस ग्लास ब्रिज के लिए अनुमानित बजट कितना होगा. दरअसल मानसून के दिनों में बस्तर में मौजूद छह से अधिक वाटरफॉल के खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं. देश में मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर चित्रकोट वॉटरफॉल के बाद तीरथगढ़ वॉटरफॉल छत्तीसगढ़ में सबसे प्रसिद्ध और काफी ऊंचा वॉटरफॉल है.
तीरथगढ़ वॉटरफॉल कांगेर वैली नेशनल पार्क के वन क्षेत्र में मौजूद है. सीसीएफ राजेश कुमार पांडे ने बताया कि यूं तो बारिश के दिनों में पर्यटकों के लिए चार महीने कांगेर वैली नेशनल पार्क बंद रहता है. इसके बाद बाकी के आठ महीने लाखों की संख्या में पर्यटक इस खूबसूरत वॉटरफॉल को देखने के लिए बस्तर पहुंचते हैं. वहीं ग्लास ब्रिज के बनने से पर्यटकों को एक नया आकर्षण देखने को मिलेगा और यह ब्रिज वॉटरफॉल के सामने बनने से लोगों को इसकी खूबसूरती और भी मनमोहक दिखेगी. बता दें यह ग्लास ब्रिज प्रदेश का पहला ब्रिज होगा.
सीसीएफ राजेश कुमार पांडे ने बताया कि ग्लास ब्रिज बनाने वाली टीम को जल्द ही बस्तर बुलाया गया है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसी महीने के अंतिम दिनों में या जुलाई के पहले सप्ताह में यह टीम तीरथगढ़ पहुंचेगी और यहां सर्वे करेगी.
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