Chhattisgarh Foundation Day: छत्तीसगढ़ के 25वें स्थापना दिवस पर राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का अलग अंदाज दिखा. आदिवासी पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोलक, तबला, मांदर के साथ नृत्य का प्रदर्शन कर रहे थे. लोक कलाकारों को नृत्य करता देख मुख्यमंत्री खुद को रोक नहीं सके. उन्होंने ढोलक गले में डाल लिया और बजाते हुए नृत्य करने लगे. मुख्यमंत्री का नया अंदाज देखकर लोक कलाकारों का उत्साह दोगुना हो गया.


आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में 4 नवंबर से 6 नवंबर तक राज्योत्सव मनाया जा रहा है. राजधानी नया रायपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में राज्योत्सव के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय खुद आदिवासी समाज से आते हैं. ऐसे में पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर खुद को कोई कैसे रोक सकता है. मुख्यमंत्री भी ढोलक गले में डालकर बजाने लगे. उन्होंने लोक कलाकारों के साथ नृत्य भी किया. कलाकारों को उम्‍मीद नहीं थी कि मुख्यमंत्री ढोलक बजाते हुए थिरकेंगे. सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर राज्यपाल भी बैठे हुए थे.


राज्योत्सव में मुख्यमंत्री का अलग अंदाज


छत्तीसगढ़ी कला-संस्कृति के प्रति मुख्यमंत्री का लगाव देखकर कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने जमकर प्रशंसा की. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का नया अंदाज चर्चा में है. गौरतलब है कि राज्योत्सव के अंतिम दिन 6 नवंबर को राज्य अलंकरण पुरस्कार दिए जाएंगे. अलंकरण पुरस्कार समारोह में उपराष्ट्रपति शामिल होकर लोगों को राज्य की तरक्की और खुशहाली के लिए बधाई देंगे.


लोक कलाकारों के साथ बजाया ढोलक


पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने शिरकत की थी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव मुख्य अतिथि बने थे. दूसरे दिन प्रदेश के राज्यपाल रामेन ढेका भी मौजूद रहे. छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है. उन्होंने विकास के लिए छोटे राज्यों की कल्पना की थी. राज्योत्सव कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया जाता है.


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