Ambikapur News: छत्तीसगढ़ की अम्बिकापुर पुलिस ने एटीएम कार्ड जाम कर धोखाधड़ी करने के गिरोह के दो आरोपियों को झारखंड के पलामू से गिरफ्तार किया है. आरोपी एटीएम मशीन में पहले से फेविक्विक या अन्य पदार्थ चिपका कर छोड़ देते थे. जिसके बाद जैसे ही लोग उक्त एटीएम में पैसा निकालने जाते थे उनका एटीएम कार्ड मशीन में फंस जाता था. जिसके बाद यही लोग मदद के नाम पर पहुंच जाते थे और एटीएम धारक को हेल्पलाइन नंबर बताकर उससे एटीएम का पिन पूछकर धोखाधड़ी कर लेते थे.
इस गिरोह के चंगुल में अम्बिकापुर का एक पुलिस जवान भी फंस गया. जिसके बाद मामले की जांच में इस गिरोह का खुलासा हुआ. फिलहाल, दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है.
दरअसल, सरगुजा जिले के दरिमा थाना में पदस्थ आरक्षक अमित कुजूर अम्बिकापुर में नमनाकला में रहता है. जो 30 नवंबर की सुबह शहर के प्रतीक्षा बस स्टैंड के पास एचडीएफसी बैंक के एटीएम में रुपए निकालने गया था. तब प्रोसेस के दौरान उसका एटीएम मशीन में ही फंस गया. तब उसकी मदद के लिए दो युवक वहां आए और उन्होंने एक टोल फ्री नंबर आरक्षक को दिया. जिसमें कॉल करने पर व्यक्ति ने पिन बताने के लिए कहा. जो आरक्षक ने बता दिया.
इसके बाद भी मशीन से एटीएम कार्ड बाहर नहीं निकला तो आरक्षक अपने घर चला गया. उसने घर जाकर अपना मोबाइल चेक किया तो 50 हजार रुपए डेबिट करने का मैसेज आया हुआ था.
इसके बाद आरक्षक अमित कुजूर वापस एटीएम मशीन के पास पहुंचा तो वहां उसकी मदद करने वाले दो युवक गायब थे और मशीन में फंसा उसका एटीएम कार्ड भी गायब था. तब उसे अपने साथ धोखाधडी होने का एहसास हुआ. अमित कुजूर ने पूरे मामले की रिपोर्ट मणिपुर चौकी में दर्ज कराई. पुलिस अज्ञात के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच कर रही थी. एएसपी विवेक शुक्ला, सीएसपी स्मृतीक राजनाला, एसडीओपी अखिलेश कौशिक के नेतृत्व मणिपुर चौकी प्रभारी सरफराज फिरदौसी एवम् पुलिस टीम द्वारा मामले की विवेचना की जा रही थी.
जांच के क्रम में घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज व घटना में प्रयुक्त कार के संबंध में जानकारी प्राप्त कर साइबर तकनीकी से विशेष टीम आरोपियों की धरपकड़ के लिए खारखंड के पलामू रवाना हुई थी. तब पुलिस टीम के लगातार प्रयास से आरोपी अहमद रजा और खालिद अंसारी निवासी चैनपुर जिला पलामू झारखंड को हिरासत में लिया गया.
आरोपियों से पूछताछ में इन्होंने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. पुलिस ने इनके कब्जे से 36 हजार रुपए नकद, 7 एटीएम कार्ड व घटना में प्रयुक्त कार को जब्त किया है. जांच दल में एएसआई विवेक पाण्डेय, प्रधान आरक्षक सुधीर कुसह, इम्तियाज अली, बृजेश रॉय, सत्येंद्र दुबे व वीरेंद्र पैकरा शामिल रहे.
इस मामले का खुलासा करते हुए सरगुजा एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि आरोपियों द्वारा घूम घूमकर लोगों का एटीएम कार्ड जाम कर धोखाधड़ी की जाती थी. आरोपी पहले एटीएम मशीन में फेविक्विक या अन्य पदार्थ चिपका कर छोड़ देते थे. जिसे ही लोग उक्त एटीएम में पैसा निकालने जाते थे उनका एटीएम कार्ड मशीन में फंस जाता था. इस दौरान मदद के नाम पर पहुंचते थे और टोल फ्री नंबर पर बात करने के लिए पीड़ित को बोलते थे.
टोल फ्री नंबर भी ये खुद ही देते थे जो इनके गिरोह का व्यक्ति होता था. टोल फ्री नंबर पर बात करने के दौरान पिन कोड पूछा जाता था. इस दौरान ये आरोपी पिन कोड देख लेते थे. इसके बाद भी जब कार्ड मशीन से नहीं निकलता था तो पीड़ित वापस चला जाता था. इसके बाद आरोपी प्लास या किसी चीज से कार्ड को खींचकर निकाल लेते थे और पुनः उसी कार्ड से पैसा निकाल लेते थे.
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