Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव (Kondagaon) जिले में एक सरकारी स्कूल में भूत-प्रेत के अफवाह ने बच्चों के परिजनों के होश उड़ा दिए हैं. दरअसल जिले के मालगांव स्थित एक सरकारी स्कूल में उस समय हड़कंप मच गया, जब अचानक ही स्कूली छात्राएं एक-एक कर बेहोश होकर गिरने लगी. इस तरह से छात्राओं के बेहोश होकर गिरने से गांव में भूत-प्रेत होने की अफवाह उड़ने लगी. वहीं इन अफवाहों के बीच मालगांव के इस हायर सेकेंडरी स्कूल में बेहोश होने वाली छात्राओं को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां छात्राओं का इलाज चल रहा है.


इन छात्राओं के बेहोश होने से पूरे गांव में भूत-प्रेत की अफवाह तेजी से फैल गई. इस वजह से पहले तो इन स्कूली छात्राओं को हाथ लगाने से भी स्कूल के शिक्षक और शिक्षिका डर रहे थे. इसके बाद गांव के पुजारी को बुलाकर स्कूल में पूजा-पाठ भी कराया गया. इसके बावजूद छात्राओं की तबियत नहीं सुधरी, तो छात्राओं को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.


शिक्षक ने क्या बताया?
स्कूल टीचर कुमकुम सोरी ने बताया कि हॉस्टल में रहने वाली यह छात्राएं स्कूल आते ही अचानक बेहोश होकर गिरने लगी. इसके बाद इलाके में भूत-प्रेत बाधा की बात फैल गई और जिसके बाद कुछ ग्रामीणों ने स्कूल पहुंचकर गांव के पुजारी से पूजा-पाठ भी करवाया. इसके बाद भी छात्राओं के बेहोश होने का सिलसिला जारी रहा, जिसके बाद छात्राओं को कोंडागांव जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है. इधर छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद डॉक्टरों ने सभी छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच की है.


डॉक्टर ने क्या कहा?
कोंडागांव जिले के मुख्य स्वास्थ अधिकारी डॉक्टर आरके सिंह का कहना है कि छात्राओं की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इनके बेहोश होने के पीछे की वजह सामने आ पाएगी, लेकिन प्रारंभिक जांच में छात्राओं को हिस्टीरिया होने या एग्जाम फोबिया होने की संभावना है. हालांकि, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही छात्राओं के बेहोश होने के असल कारणों का पता लग पाएगा.


शिक्षा विभाग के अधिकारी पहुंचे स्कूल
इधर इस मामले की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को लगने के बाद वह भी अपनी टीम के साथ स्कूल में निरीक्षण करने पहुंचे. साथ ही कन्या छात्रावास में भी पूछताछ की जा रही है कि आखिर एक के बाद एक 6 से अधिक छात्राएं कैसे बेहोश हो गईं? हालांकि, शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी अस्पताल के जांच रिपोर्ट का इंतजार है. फिलहाल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भूत-प्रेत बाधा जैसी बातों को एक अफवाह बताया है.


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