CG Godhan Nyay Scheme: एक समय था जब महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम आंका जाता था. शिक्षा या शारीरिक क्षमताओं को लेकर पुरुषों को आगे रखा जाता था. लेकिन छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार की गोधन न्याय योजना ने इन सारी धारणाओं पर ब्रेक लगा दिया है. अब प्रदेश की महिलाएं, पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं. अब महिलाओं को सम्मान के साथ समान अधिकार मिल रहा है. इसका उदाहरण जशपुर में देखने को मिला है. यहां एक महिला ने सरकार की गोधन न्याय योजना के तहत अपनी कमाई से खुद के लिए स्कूटी खरीदी.
कौशल्या भगत ने अपनी कमाई से खरीदी स्कूटी
दरअसल, ग्राम डांडटोली निवासी कौशल्या भगत की आर्थिक हालत कुछ महीनों पहले ठीक नहीं थी. उसे अपने घर के कामकाज निपटाने के लिए और समूह में मीटिंग जाने के लिए दूसरों की बाट जोहती थी, क्योंकि उसके पास आवागमन का साधन नहीं था. लेकिन अब उसने स्कूटी खरीद ली है. वह मीटिंग अटेंड करने स्कूटी से जाती है. यह उसने खुद कमाकर खरीदी है, और यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा शुरू की गई गौठान योजना से संभव हो सका है.
तीन साल पहले उन्नति महिला स्व.सहायता समूह चेरिया गौठान से जुड़ी कौशल्या
कौशल्या भगत ने बताया कि तीन साल पहले वह उन्नति महिला स्व.सहायता समूह चेरिया गौठान से जुड़ी. सबसे पहले उसने 160 क्विंटल गोबर बेचा, उससे 32 हजार कमाएं. इसके बाद समूह में विभिन्न गतिविधियां शुरू हुई. जिसमें वर्मी कम्पोस्ट बनाया और 180 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट बेचकर एक लाख 43 हजार रुपए कमाया.
साथ ही बकरीपालन से 45 हजार, मछली पालन से 15 हजार रुपए कमाए. समूह ने आलू, अदरक की खेती भी की, इससे 32 हजार की आय अर्जित की. कुछ दिन बाद समूह को मिनी राइस मिल भी मिला. उससे 18 हजार की आय हुई. इस तरह समूह को 2 लाख 40 हजार रुपए की आय हुई. इसमें समूह की प्रति सदस्य को 18 हजार रुपए से अधिक की आय हुई. इसके बाद उसने अपनी जरूरत के अनुसार स्कूटी खरीद ली.
सीएम भूपेश बघेल का ऐसे किया धन्यवाद
बता दें कि पिछले दो दिनों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जशपुर जिले में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में शामिल हुए. यहां कौशल्या भगत ने मुख्यमंत्री को चौपाल में धन्यवाद देते हुए कहा कि आपके द्वारा शुरू की गई इतनी अच्छी योजना के कारण यह कर पाई. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को ऐसी योजना से जुड़ना चाहिए. गौठान से जुड़ने से ग्रामीणों को आजीविका के अतिरिक्त स्रोत मिलते हैं. वर्मी कम्पोस्ट से भूमि की उर्वरा शक्ति बनी रहती है. एक्टा उत्पादन होता है.
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