Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में ओलावृष्टि से फसलों को जबरदस्त नुकसान, किसान बोले- मदद ना मिली तो आत्महत्या को मजबूर
Kanker News: छत्तीसगढ़ के कांकेर में ओलावृष्टि से क्षेत्र के किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है. किसानों के फसल और घर पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं. अब वे सरकार से इसकी भरपाई करने की मांग कर रहे हैं.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में कुछ दिनों पहले हुए ओलावृष्टि से क्षेत्र के किसानों की फसलों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है. जिले के पखांजूर-परलकोट इलाके में कुछ दिन पूर्व जमकर ओलावृष्टि हुई थी. जिस वजह से कई किसानों के फसल और घर पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं.
किसानों ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में पहली बार ऐसी मौसम की मार देखी है. जिससे उनकी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. किसानों ने कहा है कि यदि सरकार इसकी भरपाई नहीं करती हैं तो वे आत्महत्या करने के लिए बाध्य होंगे.
घर व फसलों को पहुँचा नुकसान
ओलावृष्टि से प्रभावित हुए किसानों का कहना है कि उन्होंने ब्याज में पैसे लेकर अपने खेतों में फसल लगाई थी. सोचा था इस साल कुछ आमदनी हो जाएगी, लेकिन आसमान से गिरे ओले ने पूरी मेहनत चौपट कर दी. किसानों का कहना है कि इस ओला वृष्टि से उनका घर भी गया और फसल भी बर्बाद हो गयी गई. उन्होंने शासन-प्रशासन से मांग की है कि मौसम की वजह से किसानों को जो भी नुकसान हुआ है उसकी जल्द से जल्द भरपाई की जाए. ताकि ओलावृष्टि से जो नुकसान उन्हें हुआ है उससे थोड़ी बहुत भरपाई कर सकें. वरना क्षेत्र के किसानों की स्थिति काफी दयनीय हो जाएगी.
कांकेर क्षेत्र में हुई थी भारी ओलावृष्टि
छत्तीसगढ़ मौसम विभाग ने दिसंबर माह के अंतिम दिनों और जनवरी माह के पहले सप्ताह में प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश होने की चेतावनी दी थी. साथ ही कई जगह ओलावृष्टि होने की बात भी कही थी. मौसम विभाग के इसी पुर्वानुमान के अनुसार ही बस्तर के कांकेर जिले समेत, राजधानी रायपुर और कुछ शहरों में भारी बारिश हुई थी. मौसम के अचानक करवट लेने की वजह से बस्तर के भी कांकेर और पखांजुर क्षेत्र में किसानों को इसका बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है.
मुआवजा की प्रक्रिया जारी
इधर पखांजुर एरिया के तहसीलदार शशि शेखर मिश्रा ने बताया कि ओलावृष्टि से जिन किसानों के मकानों का नुकसान हुआ था उनमें से कुछ लोगों को मुआवजा दे दिया गया है. साथ ही जिन किसानों की फसल नुकसान हुई है उन किसानों को भी चिन्हित किया गया है. लेकिन फसल नुकसान का मुआवजा अभी नहीं दिया गया है. फिलहाल यह शासन की प्रक्रिया में है और जल्द मुआवजा मिलने का अनुमान है.
ये भी पढ़ें-